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Home Alone Shayari in Hindi & English Alone Shayari in Hindi - अलोन शायरी इन हिंदी

मेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगी

मेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगीमेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगी,
जुदाई के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो बिता भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।

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पता है मुझे की ये प्यार का ही हाल हैपता है मुझे की ये प्यार का ही हाल है,
ये प्यार ही बना तेरे जी का जंजाल है,
लगता है बहुत बड़ी की है गलती,
तभी तो तूँ अकेला फ़िलहाल है।

जिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा काफिला साथ और सफ़र तन्हाजिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
काफिला साथ और सफ़र तन्हा,
अपने साए से चोंक जाते है,
उम्र गुजारी है इस कदर तन्हा।

कोई नहीं होता हमेशा के लिए किसी काकोई नहीं होता हमेशा के लिए किसी का,
लिखा है साथ थोड़ा-थोड़ा इस दुनिया में सभी का,
मत बनाओ किसी को अपने जीने की वजह,
क्योंकि बाद में जीना पड़ता है अकेले ही उसूल है जिन्दगी का।

हमारा दिल किसी गहरी जुदाई के भँवर में हैहमारा दिल किसी गहरी जुदाई के भँवर में है,
हमारी आँख भी नम है कभी मिलने चले आओ,
हवाओं और फूलों की नई खुशबू बताती है,
तेरे आने का मौसम है कभी मिलने चले आओ।

छोड़ दो तन्हा ही मुझको यारो साथ मेरे रहकर क्या पाओगेछोड़ दो तन्हा ही मुझको यारो,
साथ मेरे रहकर क्या पाओगे,
अगर हो गई तुमको मोहब्बत कभी,
मेरी तरह तुम भी पछताओगे।

मेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगीमेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगी,
जुदाई के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो बिता भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।

माफ़ करना अगर हमने अनजाने में आपको कभी रुला दियामाफ़ करना अगर हमने अनजाने में आपको कभी रुला दिया,
आप ने तो दुनियां के कहने पर हमें भुला दिया,
हम तो वेसे भी अकेले थे,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।

तुम जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे मुझेतुम जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे मुझे,
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं,
मेरे कमरे को सजाने कि तमन्ना है तुम्हें,
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं।

जमाना सो गया और मैं जगा रातभर तन्हाजमाना सो गया और मैं जगा रातभर तन्हा,
तुम्हारे गम से दिल रोता रहा रातभर तन्हा,
मेरे हमदम तेरे आने की आहट अब नहीं मिलती,
मगर नस-नस में तू गूंजती रही रातभर तन्हा।

मैं तेरा दिवाना हूं इस बात से मुझे इंकार नहींमैं तेरा दिवाना हूं इस बात से मुझे इंकार नहीं,
कसूर तुम्हारी नजरों का है हम अकेले गुनहगार नहीं,
मेरी जुबां कुछ भी कहे दोस्तों,
मगर दिल कैसे कहे कि तुमसे प्यार नहीं।

आज फिर से एहसास हुआ की में अकेला था और अकेला ही रहूँगाआज फिर से एहसास हुआ की,
में अकेला था और अकेला ही रहूँगा,
अब ना करूँगा किसी से चाहत,
ना कभी सी से अपने दिल की बात कहूंगा।

अपनी बेबसी पर आज रोना आयाअपनी बेबसी पर आज रोना आया,
दूसरों को क्या मैंने तो अपनों को भी आजमाया,
हर दोस्त की तन्हाई हमेशा दूर की मैंने,
लेकिन खुद को हर मोड़ पर हमेशा अकेला पाया।

कभी पहलू में आओ तो बताएँगे तुम्हेंकभी पहलू में आओ तो बताएँगे तुम्हें,
हाल-ए-दिल अपना तमाम सुनाएँगे तुम्हें,
काटी है अकेले कैसे हमने तन्हाई की रातें,
हर उस रात की तड़प दिखाएँगे तुम्हें।

लौट आओ और मिलो उसी तड़प सेलौट आओ और मिलो उसी तड़प से,
अब तो मुझे मेरी वफाओं का सिला दे दो,
देखे है बहुत इसने तन्हाई के मौसम,
अब तो मेरे दिल को अपने दिल से मिला दो।

आगोश में ले लो मुझे बहुत अकेला हूँ मैंआगोश में ले लो मुझे बहुत अकेला हूँ मैं,
बसा लो दिल की धड़कन में अकेला हूँ मैं,
जो तुम नहीं ज़िन्दगी में तो फिर कुछ भी नहीं,
समा जाओ मुझमें कि अकेला हूँ मैं।

ज़िन्दगी के मोड़ पर एक ऐसा वक़्त आता हैज़िन्दगी के मोड़ पर एक ऐसा वक़्त आता है,
जब इंसान अपने आपको तनहा पाता है,
वही तन्हाई तो बताती है,
कि कौन किसका कितना साथ निभाता है।

जगमगाते शहर की रानाइयों में क्या न थाजगमगाते शहर की रानाइयों में क्या न था,
ढूँढ़ने निकला था जिसको बस वही चेहरा न था,
हम वही, तुम भी वही, मौसम वही, मंज़र वही,
फ़ासले बढ़ जायेंगे इतने मैंने कभी सोचा न था।

उतना हसीन फिर कोई लम्हा नहीं मिलाउतना हसीन फिर कोई लम्हा नहीं मिला,
तेरे जाने के बाद कोई भी तुझ सा नहीं मिला,
सोचा करूं मैं एक दिन खुद से ही गुफ्तगुं,
लेकिन कभी में खुद को तन्हा नहीं मिला।

ए ज़िन्दगी एक बार तू नज़दीक आ तन्हा हूँ मैंए ज़िन्दगी एक बार तू नज़दीक आ तन्हा हूँ मैं,
या दूर से फिर दे कोई सदा तन्हा हूँ मैं,
दुनिया की महफ़िल मैं कहीं मैं हूँ भी या नहीं,
एक उम्र से इस सोच में डूबा हुआ हूँ मैं।

कांटो सी चुभती है तन्हाई अंगारों सी सुलगती है तन्हाईकांटो सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हमें ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।


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