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Home Alone Shayari in Hindi & English Alone Shayari in Hindi - अलोन शायरी इन हिंदी

मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी

मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगीमेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज़्र के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।

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अपनी बेबसी पर आज रोना आयाअपनी बेबसी पर आज रोना आया,
दूसरों को क्या मैंने तो अपनों को भी आजमाया,
हर दोस्त की तन्हाई हमेशा दूर की मैंने,
लेकिन खुद को हर मोड़ पर हमेशा अकेला पाया।

मैं तेरा दिवाना हूं इस बात से मुझे इंकार नहींमैं तेरा दिवाना हूं इस बात से मुझे इंकार नहीं,
कसूर तुम्हारी नजरों का है हम अकेले गुनहगार नहीं,
मेरी जुबां कुछ भी कहे दोस्तों,
मगर दिल कैसे कहे कि तुमसे प्यार नहीं।

काँटों सी चुभती है तन्हाई अंगारों सी सुलगती है तन्हाईकाँटों सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हमें जरा हँसा दे,
रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।

ए ज़िन्दगी एक बार तू नज़दीक आ तन्हा हूँ मैंए ज़िन्दगी एक बार तू नज़दीक आ तन्हा हूँ मैं,
या दूर से फिर दे कोई सदा तन्हा हूँ मैं,
दुनिया की महफ़िल मैं कहीं मैं हूँ भी या नहीं,
एक उम्र से इस सोच में डूबा हुआ हूँ मैं।

मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगीमेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज़्र के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।

जब महफ़िल में भी तन्हाई पास होजब महफ़िल में भी तन्हाई पास हो,
रोशनी में भी अँधेरे का एहसास हो,
तब किसी खास की याद में मुस्कुरा दो,
शायद वो भी आपके इंतजार में उदास हो।

तुम जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे मुझेतुम जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे मुझे,
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं,
मेरे कमरे को सजाने कि तमन्ना है तुम्हें,
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं।

कोई नहीं होता हमेशा के लिए किसी काकोई नहीं होता हमेशा के लिए किसी का,
लिखा है साथ थोड़ा-थोड़ा इस दुनिया में सभी का,
मत बनाओ किसी को अपने जीने की वजह,
क्योंकि बाद में जीना पड़ता है अकेले ही उसूल है जिन्दगी का।

माफ़ करना अगर हमने अनजाने में आपको कभी रुला दियामाफ़ करना अगर हमने अनजाने में आपको कभी रुला दिया,
आप ने तो दुनियां के कहने पर हमें भुला दिया,
हम तो वेसे भी अकेले थे,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।

फिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझकोफिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझको,
मेरी तन्हाई का एहसास दिला दो मुझको,
तुम तो चाँद हो तुम्हें मेरी ज़रुरत क्या है,
मैं दिया हूँ किसी चौखट पे जला दो मुझको।

लेकर दिल वो चला गया खुद का दिल उसने दिया ही नहींलेकर दिल वो चला गया
खुद का दिल उसने दिया ही नहीं,
जिस दिन से छोड़ गया अकेला
उस दिन से मै जिया ही नहीं।

आपको खोने का हर पल डर लगा रहता हैआपको खोने का हर पल डर लगा रहता है,
जबकि आपको पाया ही नहीं,
तुम बिन इतना तन्हा हूँ मैं,
कि मेरे साथ मेरा साया भी नहीं।

मेरी आवाज उसे सुनाई नहीं देतीमेरी आवाज उसे सुनाई नहीं देती,
अब तो कोई उम्मीद भी दिखाई नहीं देती,
एहसास उसे और सब लोगों का है,
बस मेरी ही तन्हाई उसे दिखाई नहीं देती।

उम्मीद तो मंज़िल पे पहुँचने की बड़ी थीउम्मीद तो मंज़िल पे पहुँचने की बड़ी थी,
तक़दीर मगर न जाने कहाँ सोयी पड़ी थी,
खुश थे कि गुजारेंगे रफाकत में सफ़र,
तन्हाई मगर बाहों को फैलाये खड़ी थी।

पता है मुझे की ये प्यार का ही हाल हैपता है मुझे की ये प्यार का ही हाल है,
ये प्यार ही बना तेरे जी का जंजाल है,
लगता है बहुत बड़ी की है गलती,
तभी तो तूँ अकेला फ़िलहाल है।

आगोश में ले लो मुझे बहुत अकेला हूँ मैंआगोश में ले लो मुझे बहुत अकेला हूँ मैं,
बसा लो दिल की धड़कन में अकेला हूँ मैं,
जो तुम नहीं ज़िन्दगी में तो फिर कुछ भी नहीं,
समा जाओ मुझमें कि अकेला हूँ मैं।

जब जब याद करोगी अपनी तन्हाईयो कोजब जब याद करोगी अपनी तन्हाईयो को,
एक जलता चराग सा नज़र आऊगा मैं,
राह से रहगुज़र बन के भी गुजर जाओगी,
एक मिल का पत्थर सा खड़ा नज़र आऊगा मैं।

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी हैइंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियों की आदत सी हो गयी है,
न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,
मोहब्बत अब तन्हाइयों से हो गई है।

आज की रात जो मेरी तरह तन्हा हैआज की रात जो मेरी तरह तन्हा है,
मैं किसी तरह गुजारूँगा चला जाऊंगा,
तुम परेशाँ न हो बाब-ए-करम-वा न करो,
और कुछ देर पुकारूंगा चला जाऊंगा।

मेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगीमेरा चेहरा मेरी यादें मेरी बातें रुलायेंगी,
जुदाई के दौर में गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिनों को तो चलो बिता भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।


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