एक आरज़ू सी दिल में अक्सर छुपाये फिरता हूँ,
प्यार करता हूँ तुझसे पर कहने से डरता हूँ,
कही नाराज़ न हो जाओ मेरी गुस्ताखी से तुम,
इसलिए खामोश रहके भी तेरी धडकनों को सुना करता हूँ।
तुम बात ना करो, कोई बात नहीं,
लेकिन यह जान लो,
बात करने की शुरुआत वही करेगा,
जो बेपनाह मोहब्बत करता हो।
इस कदर हम यार को मनाने निकले,
उसकी चाहत के हम दिवाने निकले,
जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा,
उसके होठों से वक़्त न होने के बहाने निकले।
कभी किसीसे बात करने की आदत मत डालना,
क्यों की अगर वो बात करना बंद कर दे तो,
दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है।
Call नहीं कर सकता,
Message नहीं कर सकता,
पर एक चीज़ कर सकता हु,
तुझे याद कर सकता हु।
बहुत नादान है वो, कोई समझाओ उसे,
बात ना करने से इश्क कम नहीं होता।
दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा,
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,
हिचकियॉं कहती हैं आप याद करते हो,
पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा।
कल तक हमसे बात किये बिना,
जिसे नींद तक नहीं आती थी,
आज हमसे बात करने का,
वक्त नहीं उसके पास।
बात ना करने से इश्क कम नहीं होता,
बात ना करने से मोहब्बत कम नहीं हो जाती,
बस दिलों की दूरियां बढ़ने लगती हैं,
और प्यार की डोर धीरे धीरे कमजोर हो जाती है।
दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को ऐसे तड़पना नहीं आता,
सुनना चाहते है आपके आवाज़,
मगर बात करने का बहाना नहीं आता।