हिचकियाँ कहती हैं कि तुम याद करते हो,
पर बात नहीं करोगे तो एहसास कैसे होगा।
बात ना करने से इश्क कम नहीं होता,
बात ना करने से मोहब्बत कम नहीं हो जाती,
बस दिलों की दूरियां बढ़ने लगती हैं,
और प्यार की डोर धीरे धीरे कमजोर हो जाती है।
Call करू तो उठाते नहीं,
Wait करू तो आते नहीं,
Jokes बताये तो मुस्कुराते नहीं,
क्या इतनी नफरत है मुझसे।
तुम बात ना करो, कोई बात नहीं,
लेकिन यह जान लो,
बात करने की शुरुआत वही करेगा,
जो बेपनाह मोहब्बत करता हो।
बात तो वो आज भी करती है,
बस फर्क़ इतना है कल हमसे करती थी,
आज किसी और से करती है।
बात नहीं करना तो बस एक बहाना है,
सच तो यह है कि तुम्हारा हमसे जी भर गया है।
बहुत हो गया अब रूठना और मनाना,
चलो दोबारा से शुरुआत करते हैं,
भुलादें सारी गलत फहमियां को,
चलो दोबारा से बात करने का आगाज करते हैं,
तरस जाओगे मेरे लबों से कुछ सुनने को,
बात करना तो दूर हम शिकायत भी नहीं करेंगे।
कुछ दिन बात ना करने से कोई बेगाना नहीं होता,
कोई भी दोस्त इतना पुराना नहीं होता,
दोस्ती में गिले-शिकवे तो चलते रहते हैं,
पर इसका मतलब दोस्तों को भुलाना नहीं होता।
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी खामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें।