सूरज निकलने का वक़्त हो गया,
फूल खिलने का वक़्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हक़ीकत में लाने का वक़्त हो गया।
नयी है सुबह नया है सवेरा,
इस प्यारे सूरज का वही प्यारा सा चेहरा,
Good morning बोल कर खिलाओ,
अपने हर एक सम्बंधियों का चेहरा।
सूरज निकलने का समय हो गया,
कलियों के खिलने का समय हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरी मोहब्बत,
आपके सपने सच होने का वक़्त हो गया हैं !
सोचा की कुछ तेरे शहर थोड़ी देर में रुकता चलूँ,
एक प्यारे से SMS से सलाम तुझको करता चलूँ,
सूरज की किरणें बनकर तुझे छूता चलूँ,
फिर याद आया की तु किसी और के साथ मशरूफ है,
क्यूँ पुराने ज़ख़्म फिरसे अदा करते चलूँ।
सुहानी रात कभी प्यारी सुबह का इंतेज़ार नही करती,
ख़ुश्बू कभी भी किसी मौसम का इंतज़ार नहीं करती,
जो पल भी जी रहे हो उसे हँसी और ख़ुशी से जीयो ,
क्योंकि मौत कभी वक़्त का इंतज़ार नहीं करती।
अपने आप को बदलने से ही होता हैं नया दिन,
सिर्फ सूरज के निकल जाने से नहीं होता हैं नया दिन।
उगता सवेरा छुपती रात,
हम दिल में छुपाये बैठे हैं हजारो बात,
हर सुबह सोचते हैं कह दे,
पर समझ नहीं पाते कैसे कहे ये बात।
उग गया हैं सूरज छुप गयी हैं रात,
अब आखे खोलो सनम,
और करो हमसे कुछ प्यारी बात।