अब तो लोगो को अपनी कामयाबी दिखने में भी डर लगता है,
लोग लोग जल-जल के नज़र लगा देते है।
जीने वाले जी लेते है ज़िन्दगी शान में,
और जलने वाले जलकर राख हो जाते है श्मशान में।
एक दीये ही है, जो रात में जलते है,
वरना जलने वाले तो दिन-रात जलते है।
दुनिया जलती है तो जलने दो,
क्योंकि जलाने वाले भी हम है और बुझाने वाले भी हम ही है।
बहुत दुखी थे हम तुम्हे किसी और का होते देख के,
थोड़ी सी जलन तो तुमको भी होगी मुझे किसी और के साथ देख के।
जलने वाले जलते रहो, जलना तुम्हारा काम है,
हम भी तुम्हे बुझने नहीं देंगे, क्योंकि यह हमारा काम है।
जलने लगा हैे जमाना सारा,
क्योकि चलने लगा है अब टाइम हमारा।
धीमे से मुस्कराना ए ज़िंदगी,
यहाँ जलने वाले तैयार बैठे है।