जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ,
किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है।
मैं जानता हूं कहां तक उड़ान है उनकी,
मेरे ही हाथ से निकले हुए परिंदे है।
बादशाह नही, टाइगर हूँ मैं,
इसलिए लोग इज्ज़त से नही, मेरी इजाज़त से मिलते है।
जिन्दगी जीते है हम शान से,
तभी तो दुश्मन जलते है हमारे नाम से।
टक्कर की बात मत करो,
जिस दिन सामना होगा, उस दिन हस्ती मिटा देंगे।
उन्होंने तो हमें धक्का दिया था डुबाने के इरादे से,
अंजाम ये निकला हम तैराक बन गए।
भीड़ में खड़ा होना मकसद नहीं है मेरा,
बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना है मुझे।
सुन बे दुश्मन तू क्या जानेगा हमारी बदमाशी के आलम,
जिस उम्र में तूने पतंगे काटी है बेटा उस उम्र में हमने जेल काटी है।