अगर प्यार से कोई फूंक मारें तो बुझ जाएंगे
नफरत से तो बड़े बड़े तूफान बुझ गए मुझे बुझाने में…!
बातों को मेरी तुम भुला ना सकोगे,
लड़की हूँ मैं बिंदास लेकिन तुम पटा ना सकोगे…!
हम अपने मिजाज पे चलते है साहब,
हमपे हुकुम चलाने की गुस्ताखी मत करना…!
घायल करने के लिए लोग हथियार चलाते है,
मेरी तो Smile ही काफी है…!
प्यार, इश्क, मोहब्बत सब धोखेबाजी है
अपनी लाइफ में तो सिर्फ Attitude ही काफी है…!
मेरे Style को लोगो की नज़र लग जाती है,
तभी तो माँ मेरी मुझको आज भी काला टीका लगाती है…!
मासूमियत तो रग रग में है मेरे,
बस ज़ुबान की ही बद्तमीज़ हूँ…!
सुधरी तो सिर्फ हमारी आदते हैं,
शौक तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं…!
अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है,
सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है…!