लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे।
सात फरवरी को साथ तेरा पाने को,
दिल से तेरे दिल मिलाने को,
आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को,
आ जा गले से लगा ले अपने इस दीवाने को।
गुलाब की खूबसूरती भी फीकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी सांसे भी उठती है।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम,
ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम,
तुम जैसा हसीन ना होगा इस जहां में,
तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम।
अगर कुछ बनना है तो,
गुलाब के फूल बनो क्योंकि ये फूल,
उसके हाथ मे भी खुशबू छोड़ देता है,
जो इसे मसल कर फेंक देता है।
मैने कब कहा की मुझे गुलाब दे,
या अपनी मोहब्बत से नवाज दे,
आज बहुत उदास है दिल मेरा,
गैर बन कर ही सही तू मुझे आवाज दे।
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
लाये प्यार से भरा गुलाब आपके लिए,
इस जहां का सबसे खूबसूरत गुलाब आपके लिए,
पसंद आए तो बताना हम को,
हम आस्मा से बरसा देंगे ऐसे ही गुलाब आपके लिए।