गुलशन का हर एक गुलाब परखा हम ने,
फिर चुना एक गुलाब है,
लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए,
वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है।
चला जा रे मैसेज बन के गुलाब,
होगी सच्ची दोस्ती तो आएगा जवाब,
अगर ना आये तो मत होना उदास,
बस समझ लेना की वक्त नहीं था उनके पास।
आज दिल चाहता है तुझे गुलाब से सजा दूं,
प्यार सारा तुझ पर लुटा दूँ,
आकर तेरी जुल्फों के सायें में,
सारी दुनिया को भुला दूँ।
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूं,
क्या खूबसूरत सा उपहार दूं ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूं।
सोच रहे है तुमको अपना प्यार कैसे भेजे,
ढूंढ के लाया हूँ जो खुशबू वो उस पार कैसे भेजे,
सँजो के रखी है जो मोहब्बत अपनी इस गुलाब में
सोच रहे है वो गुलाब आपके पास कैसे भेजे।
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो
एक बार तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
फूलों जैसी लबों पर हंसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आए हम प्यारा-सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।