कुछ तो करके दिखाना है,
हम भी किसी से कम नहीं दुनिया को बताना है।
भारत माता तेरी गाथा सबसे ऊँची तेरी शान,
तेरे आगे शीश झुकाये दे तुझको हम सब सम्मान।
दुनिया में पहचान हमारी सबसे निराली है,
देश बढ़ेगा आगे-आगे, यही तो हम सबने ठानी है।
इतना ही कहना काफी नही भारत हमारा मान है,
अपना फ़र्ज़ निभाओ, देश कहे हम उसकी शान है।
किसकी राह देख रहा तुम खुद सिपाही बन जाना,
सरहद पर ना सही, सीखो आंधियारो से लढ पाना।
मन्दिर से निकलो मस्जिद से निकलो, निकलो गिर्जे गुरुद्वारों से,
करो देश आज हिफाजत भीतर के गद्दारों से।
कहते है तुझसे ए-दुश्मन मत ले हमारा इम्तेहान,
तू क्या जाने ताकत वतन की जिसे सब कहते हैं हिन्दुस्तान।
गंगा यमुना यहाँ नर्मदा, मंदिर मस्जिद के संग गिरजा,
शांति प्रेम की देता शिक्षा, मेरा भारत सदा सर्वदा।