जो लोग हमें कामयाबी की दुआ दिया करते थे,
आज वो ही हमसे जलने लगे हे।
जलन होती है ग़ालिब इन हवाओ से,
कमबख्त ये भी उसे छू कर चलती हे।
दोस्त तुम्हारे खून में सिर्फ जलना लिखा है,
और हमारे खून में सिर्फ जलाना।
कलेजे में जलन, आंखों में पानी छोड़ जाती हो,
मगर उम्मीद की चुनर को धानी छोड़ जाती हो,
सताने कि तुम्हारी ये अदा भी कम नहीं जाना,
कि घर में अपनी कोई एक निशानी छोड़ जाती हो।
पत्थर दिल है ये जगवाले,
जाने न कोई मेरे दिल की जलन,
जबसे है जनमी प्यार की दुनिया,
तुझको है मेरी मुझे तेरी लगन।
जलने वाले जलते है जब आपना नाम सुनते हैं,
नाम ही कुछ ऐसा है दुश्मन भी इज्जत करता है।
राख बेशक हूँ, मगर मुझ में हरकत है अभी बाक़ी,
जिसको जलने की तमन्ना हो , हवा दे मुझको।
मेरी काबिलियत से क्यों जलते हो साहब,
जलना है तो मोहब्बत करने वालों से जलो।
मोह में हम बुराई नहीं देख पाते,
और जलन में हम अच्छाई नहीं देख पाते।
अभी तो हमारे चर्चे शुरू भी नहीं हुए,
और जलने वालों ने अभी से फड़फड़ाना शुरूकर दिया।