जलवे बरकरार रखिए जनाब उनके लिए,
जो आपसे जलते है,
कम्बख्त यही तो वो लोग हे,
जो आपके हौसलों को नई उड़ान देते हे।
आग तो है ये इश्क़ मगर एहसास होता नहीं,
जलन का बस दर्द होता है मीठा-मीठा।
उसे देख किसी के साथ मेरा खून जला,
हर काम करने का मेरा तब जुनून जला,
क्या बताऊँ क्या क्या खो दिया है मैंने,
बस मैं नहीं जला मेरा सारा सुकून जला।
कलेजे में जलन, आंखों में पानी छोड़ जाती हो,
मगर उम्मीद की चुनर को धानी छोड़ जाती हो,
सताने कि तुम्हारी ये अदा भी कम नहीं जाना,
कि घर में अपनी कोई एक निशानी छोड़ जाती हो।
है मनाते दूसरो की हार का जश्न,
जित देख दूसरो की होती है जलन,
क्या यही हे आज के नए ज़माने का चलन।
हमसे जलने वाले जल-जल के काले हो गए,
उनकी बहन हमारी वाइफ और वो हमारे साले हो गए।
उसकी जलन भी लाजवाब है,
उसकी हर बात में प्यार जो है।
उन लोगों के सामने खुश रहिये जो आपको पसंद नहीं करते,
उन्हें जलाने के लिए काफी है यह।
जलने लगा है जमाना सारा,
क्योकि चलने लगा है अब टाइम हमारा।
तुम साथ न दो मेरा चलना मुझे आता है,
हर आग से वाकिफ हूँ, जलना मुझे आता है।