जलने वाले भी गज़ब का प्यार करते हैं मुझसे,
जब भी मिलते है कहते हैं कि तुझे छोड़ेंगे नहीं।
आग तो है ये इश्क़ मगर एहसास होता नहीं,
जलन का बस दर्द होता है मीठा-मीठा।
चाहने वाले कि चाहत और जलने वाले की जलन,
हमेशा खुशीयां देती है, हमें बस दुआ में याद रखना।
अब तो इन आँखों से भी, जलन होती है मुझे,
खुली हो तो ख्याल तेरे, बंद हो तो ख़्वाब तेरे।
अक्सर होती है लोगों को वफ़ा में जलन,
ये होती है क्यों दिल के मकां में जलन,
पता नहीं चलता परवाह भी होती है,
क्या बनाई है खुदा तूने ये इंसां में जलन।
कलेजे में जलन, आंखों में पानी छोड़ जाती हो,
मगर उम्मीद की चुनर को धानी छोड़ जाती हो,
सताने कि तुम्हारी ये अदा भी कम नहीं जाना,
कि घर में अपनी कोई एक निशानी छोड़ जाती हो।
मोह में हम बुराई नहीं देख पाते,
और जलन में हम अच्छाई नहीं देख पाते।
दोस्त तुम्हारे खून में सिर्फ जलना लिखा है,
और हमारे खून में सिर्फ जलाना।
उसकी जलन भी लाजवाब है,
उसकी हर बात में प्यार जो है।
कौन समझाए उन्हें इतनी जलन ठीक नहीं,
जो ये कहते हैं मेरा चाल-चलन ठीक नहीं।