आप के होंठो पे सदा खिले गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आप के पास चाहे रहे ना रहे,
आप जिन्हें चाहते है वो हमेशा आपके पास रहे।
गुलाब की खूबसूरती भी फीकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी सांसे भी उठती है।
तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो,
होंठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
ये रोज डे रोज रोज आये,
तू भी मुझे मिलने फिर यु रोज आये,
लेकर गुलाब हाथों में मेरे नैनों से नैन मिलाये,
और ये तेरा दीवाना तेरी झील सी आँखों में डूब जाये।
गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे,
जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे,
तुम इन्हें रखना संभाल के सनम,
यही भरे है प्यार से हमारे।
गुलाब खिलता रहे जिंदगी की राहों में,
हंसी चमकती रहें आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी ही बाहर आपको,
दिल देता है ये दुआ भर भर आपको।
प्यार के समुन्दर में सब डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
पर हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
सात फरवरी को साथ तेरा पाने को,
दिल से तेरे दिल मिलाने को,
आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को,
आ जा गले से लगा ले अपने इस दीवाने को।
पत्ती पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
गुलशन का हर एक गुलाब परखा हमने,
फिर चुना एक गुलाब है,
लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए,
वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है।
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का,
तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक़ नहीं।
फूलों जैसी लबों पर हंसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आए हम प्यारा-सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
फूलों जैसी लवों पर हँसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दू,
क्या खूबसूरत सा उपहार दू,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम,
ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम,
तुम जैसा हसीन ना होगा इस जहां में,
तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम।
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूँही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार,
तू तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती है।
सोच रहे है तुमको अपना प्यार कैसे भेजे,
ढूंढ के लाया हूँ जो खुशबू वो उस पार कैसे भेजे,
सँजो के रखी है जो मोहब्बत अपनी इस गुलाब में
सोच रहे है वो गुलाब आपके पास कैसे भेजे।
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।