बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।
ये लम्हा मेरी मोहब्बत से भरा है,
ये समा मेरी मोहब्बत से भरा है,
इस गुलाब को सिर्फ गुलाब मत समझना,
और से देखना ये गुलाब मेरी मोहब्बत से भरा है।
तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो,
होंठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
मैने कब कहा की मुझे गुलाब दे,
या अपनी मोहब्बत से नवाज दे,
आज बहुत उदास है दिल मेरा,
गैर बन कर ही सही तू मुझे आवाज दे।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिंदगी बन जाये,
हम लाये लाखों में एक गुलाब आपके लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरूआत बन जाये।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीक़त बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी ज़िन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरुआत बन जाये।
फूलों जैसी लबों पर हंसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आए हम प्यारा-सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
क्या प्यारा सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे खुबसूरत गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ।
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो
एक बार तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
अगर कुछ बनना है तो,
गुलाब के फूल बनो क्योंकि ये फूल,
उसके हाथ मे भी खुशबू छोड़ देता है,
जो इसे मसल कर फेंक देता है।
तेरी आहट से ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है,
तेरे होने का अहसास मेरी साँसे बयाँ कर जाती है,
ये सुन्दर गुलाब तेरी ही यादों का हिस्सा है,
जिन्हें देख फिर से वो खुशियाँ जवां हो जाती है।
चेहरे पर है नूर इतना,
लाखों सूरज की रोशनी जितना,
गुलाब अकेला क्या करेगा,
जब महबूब हो कुदरत की रूहानियत जितना।
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
फूलों जैसी लवों पर हँसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।
गुलशन का हर एक गुलाब परखा हम ने,
फिर चुना एक गुलाब है,
लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए,
वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है।
आज दिल चाहता है तुझे गुलाब से सजा दूं,
प्यार सारा तुझ पर लुटा दूँ,
आकर तेरी जुल्फों के सायें में,
सारी दुनिया को भुला दूँ।
चेहरा आपका खिला रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप हँसते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
अगर छू जाए मेरे गुलाब की खुशुबू आपको,
तो एतबार जरूर करना, हम से ना नहीं,
पर गुलाब से हमारे प्यार जरूर करना,
हम तो समझ जाएंगे आपकी आँखों को भी,
बस अपनी आँखों से ही इजहार जरूर करना।