चला जा रे मैसेज बन के गुलाब,
होगी सच्ची दोस्ती तो आएगा जवाब,
अगर ना आये तो मत होना उदास,
बस समझ लेना की वक्त नहीं था उनके पास।
गुलशन का हर एक गुलाब परखा हम ने,
फिर चुना एक गुलाब है,
लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए,
वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है।
लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे।
फूलों जैसी लबों पर हंसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आए हम प्यारा-सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
अगर कुछ बनना है तो,
गुलाब के फूल बनो क्योंकि ये फूल,
उसके हाथ मे भी खुशबू छोड़ देता है,
जो इसे मसल कर फेंक देता है।
गुलाब खिलता रहे जिंदगी की राहों में,
हंसी चमकती रहें आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी ही बाहर आपको,
दिल देता है ये दुआ भर भर आपको।
ऐ हसीन, मेरा गुलाब कबूल कर,
हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते है,
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको,
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते है।
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूँही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार,
तू तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती है।
मैने कब कहा की मुझे गुलाब दे,
या अपनी मोहब्बत से नवाज दे,
आज बहुत उदास है दिल मेरा,
गैर बन कर ही सही तू मुझे आवाज दे।
आप के होंठो पे सदा खिले गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आप के पास चाहे रहे ना रहे,
आप जिन्हें चाहते है वो हमेशा आपके पास रहे।
प्यार के समुन्दर में सब डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
पर हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो
एक बार तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
गुलशन का हर एक गुलाब परखा हमने,
फिर चुना एक गुलाब है,
लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए,
वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है।
जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तुम,
मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तुम,
लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन,
मेरी जिंदगी का एक सुंदर-सा गुलाब हो तुम।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिंदगी बन जाये,
हम लाये लाखों में एक गुलाब आपके लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरूआत बन जाये।
रोज रोज रोज डे आये,
फिर तू मेरे लिए गुलाब लाये,
इसी बहाने से सही,
तू मुझसे मिलने तो आये।
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती है,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती है,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती है।
चेहरा आपका खिला रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप हँसते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे,
जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे,
तुम इन्हें रखना संभाल के सनम,
यही भरे है प्यार से हमारे।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूं,
क्या खूबसूरत सा उपहार दूं ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूं।