बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
मैने कब कहा की मुझे गुलाब दे,
या अपनी मोहब्बत से नवाज दे,
आज बहुत उदास है दिल मेरा,
गैर बन कर ही सही तू मुझे आवाज दे।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ।
चेहरा आपका खिला रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप हँसते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
ये रोज डे रोज रोज आये,
तू भी मुझे मिलने फिर यु रोज आये,
लेकर गुलाब हाथों में मेरे नैनों से नैन मिलाये,
और ये तेरा दीवाना तेरी झील सी आँखों में डूब जाये।
ऐ हसीन, मेरा गुलाब कबूल कर,
हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते है,
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको,
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते है।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिंदगी बन जाये,
हम लाये लाखों में एक गुलाब आपके लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरूआत बन जाये।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम,
ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम,
तुम जैसा हसीन ना होगा इस जहां में,
तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का,
तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक़ नहीं।
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
गुलशन का हर एक गुलाब परखा हमने,
फिर चुना एक गुलाब है,
लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए,
वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है।
आज दिल चाहता है तुझे गुलाब से सजा दूं,
प्यार सारा तुझ पर लुटा दूँ,
आकर तेरी जुल्फों के सायें में,
सारी दुनिया को भुला दूँ।
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती है,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती है,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती है।
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
चला जा रे मैसेज बन के गुलाब,
होगी सच्ची दोस्ती तो आएगा जवाब,
अगर ना आये तो मत होना उदास,
बस समझ लेना की वक्त नहीं था उनके पास।
गुलाब की खूबसूरती भी फीकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी सांसे भी उठती है।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीक़त बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी ज़िन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरुआत बन जाये।
इश्क में सिर्फ अच्छाई दिखती है,
उसकी बुरी बातें नहीं,
दिल सिर्फ गुलाब का फूल देखता है,
उसके काटे नहीं।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
क्या प्यारा सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे खुबसूरत गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ।