प्यार के समुन्दर में सब डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
पर हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीक़त बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी ज़िन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरुआत बन जाये।
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
मेरा हर ख्वाब आज हक़ीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिंदगी बन जाये,
हम लाये लाखों में एक गुलाब आपके लिए,
और ये गुलाब मुहब्बत की शुरूआत बन जाये।
प्यार के समंदर में डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
लाये प्यार से भरा गुलाब आपके लिए,
इस जहां का सबसे खूबसूरत गुलाब आपके लिए,
पसंद आए तो बताना हम को,
हम आस्मा से बरसा देंगे ऐसे ही गुलाब आपके लिए।
फूलों जैसी लबों पर हंसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आए हम प्यारा-सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूं,
क्या खूबसूरत सा उपहार दूं ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूं।
सोच रहे है तुमको अपना प्यार कैसे भेजे,
ढूंढ के लाया हूँ जो खुशबू वो उस पार कैसे भेजे,
सँजो के रखी है जो मोहब्बत अपनी इस गुलाब में
सोच रहे है वो गुलाब आपके पास कैसे भेजे।
सात फरवरी को साथ तेरा पाने को,
दिल से तेरे दिल मिलाने को,
आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को,
आ जा गले से लगा ले अपने इस दीवाने को।
गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे,
जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे,
तुम इन्हें रखना संभाल के सनम,
यही भरे है प्यार से हमारे।
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूँही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार,
तू तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती है।
गुलाब खिलता रहे जिंदगी की राहों में,
हंसी चमकती रहें आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी ही बाहर आपको,
दिल देता है ये दुआ भर भर आपको।
तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो,
होंठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो
एक बार तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
ये लम्हा मेरी मोहब्बत से भरा है,
ये समा मेरी मोहब्बत से भरा है,
इस गुलाब को सिर्फ गुलाब मत समझना,
और से देखना ये गुलाब मेरी मोहब्बत से भरा है।
जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तुम,
मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तुम,
लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन,
मेरी जिंदगी का एक सुंदर-सा गुलाब हो तुम।
चेहरा आपका खिला रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप हँसते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम,
ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम,
तुम जैसा हसीन ना होगा इस जहां में,
तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम।