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2 Line Shayari on Life in Hindi - 2 लाइन शायरी ऑन लाइफ इन हिंदी

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इस छोटी सी ज़िंदगी में किस-किस से कतरा के चलूँ,
राख हूँ मैं अब राख पर क्या खाक़ इतरा कर चलूँ।

ऐ ज़िन्दगी मुझे कुछ मुस्कराहटे उधार दे दे,
अपने आ रहे है मिलने की रस्म निभानी है।

एक और ईट गिर गई दीवार ए जिंदगी सेएक और ईट गिर गई दीवार ए जिंदगी से,
नादान कह रहे है नया साल मुबारक हो।

एक उम्र गुस्ताखियों के लिये भी नसीब हो,
ये ज़िंदगी तो बस अदब में ही गुजर गई।

समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए,
तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिए।

अपने वजूद पर इतना न इतरा ऐ ज़िन्दगी,
वो तो मौत है जो तुझे मोहलत दिए जा रही है।

नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब,
ज़िन्दगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले।

पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में,
वरना मेरी ज़िन्दगी का हर पन्ना मुकम्मल किताब है।

रूकती नहीं है किसी के लिये मौजे-जिन्दगी,
धारे से जो हटे वो किनारे पर आ गये।

ज़िन्दगी उस अजनबी मोड़ पर ले आई है,
तुम चुप हो मुझसे और मैं चुप हूँ सबसे।

हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब,
इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।

बस एक नजर है ले दे के अपने पास,
क्यूँ देखें ज़िन्दगी को किसी की नज़र से।

ग़ैरों से पूछती है तरीका निज़ात का,
अपनों की साजिशों से परेशान ज़िंदगी।

चाहा है तुझको तेरे तगाफुल के बावजूद,
ऐ ज़िन्दगी तू भी याद करेगी कभी हमें।

समझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब को,
ज़िन्दगी तुझे समझने लगा हूँ आहिस्ता आहिस्ता।

कुछ ऐसे सिलसिले भी चले ज़िंदगी के साथ,
कड़ियां मिलीं जो उनकी तो ज़ंजीर बन गए।

बदल जाती है ज़िन्दगी की सच्चाई उस वक़्त,
जब कोई तुम्हारा तुम्हारे सामने तुम्हारा नहीं होता।

थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी,
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे।

सरे-आम मुझे ये शिकायत है ज़िंदगी से​,​
क्यूँ मिलता नहीं मिजाज़ मेरा किसी से।

जहाँ जहाँ कोई ठोकर है मेरी किस्मत में,
वहीं वहीं लिए फिरती है मेरी ज़िन्दगी मुझको।

दौड़ती भागती जिंदगी का यही तोहफ़ा है,
खूब लुटाते रहे अपनापन, फिर भी लोग खफा है।

पहले से उन कदमों की आहट जान लेते है,
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते है।

हासिल-ए-ज़िंदगी हसरतों के सिवा और कुछ भी नहीं,
ये किया नहीं, वो हुआ नहीं, ये मिला नहीं, वो रहा नहीं।

ले दे के अपने पास फ़क़त एक नजर तो है,
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नजर से हम।

कभी आँखों पे कभी सर पे बिठाए रखना,
ज़िंदगी ना गवार सही दिल से लगाए रखना।

जो पढ़ा है उसे जीना ही नहीं है मुमकिन,
ज़िंदगी को मैं किताबों से अलग रखता हूँ।

कितनी सच्चाई से मुझ से ज़िंदगी ने कह दिया,
तू नहीं मेरा तो कोई दूसरा हो जाएगा।

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।

कुछ दोस्त कमाओ, थोड़ा प्यार खर्च करो,
ज़िन्दगी में हिसाब कुछ इस तरह से करो।

ज़िन्दगी आज फिर खफा है हमसे,
जाने दो न दोस्तो, कहाँ पहेली दफा है।

न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती,
ये ज़िन्दगी है, हिसाबों से जी नहीं जाती।

मुझे ज़िन्दगी का इतना तजुर्बा तो नही,
पर सुना है सादगी में लोग जीने नही देते।

ख़्वाबों पर इख़्तियार, न यादों पे ज़ोर है,
कब ज़िंदगी गुज़ारी है अपने हिसाब में।

हाथ थाम कर आज तुजसे ये वादा करते है सनम,
की ये साँसे ये ज़िंदगानी अब सिर्फ तेरे नाम हो गयी।

कुछ बातों के मतलब है और कुछ मतलब की बातें,
जब से फर्क समझा जिंदगी आसान हो गई।

अपनी जिंदगी अजीब रंग में गुजरी है,
राज किया दिलों पे और तरसे मोहब्बत को।

मोहब्बत की शतरंज में वो बड़ा चालाक निकला,
दिल को मोहरा बना कर हमारी जिन्दगी छीन ली।

किसी की मजबूरी का मजाक ना बनाओ यारों,
ज़िन्दगी कभी मौका देती है, तो कभी धोखा भी देती है।

क्या बेचकर हम खरीदे फुर्सत ए जिंदगी,
सब कुछ तो गिरवी पड़ा है, ज़िम्मेदारी के बाजार में।

ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है,
जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है।

लगता था जिंदगी को बदलने में वक्त लगेगा,
पर क्या पता था बदलता हुआ वक्त जिंदगी बदल देगा।

मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नही है दोस्तों,
पर लोग कहते है यहाँ सादगी से कटती नहीं।

एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है,
कोई जी लेता है जिंदगी, किसी की कट जाती है।

कभी ‎कहा करते थे कि रोने से नसीब नही बदला करते,
बस वही तसल्ली ने जिन्दगी भर हमे रोने ना दिया।

यूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी,
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी।

लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना,
ये कमबख्त ज़िन्दगी भरोसे के काबिल नही है।

होना क्या है ज़िन्दगी को,
भुगत रहा हूँ ज़िन्दगी के बिना।

हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी,
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी।

देखा है ज़िंदगी को कुछ इतने क़रीब से,
चेहरे तमाम लगने लगे है अजीब से।

जिंदगी ख्वाहिशों की एक खुली किताब है,
जिंदगी सांसों और तन्हाइयो का हिसाब है।




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