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Home Life Status in Hindi & English Sad Life Status Images in Hindi - सैड लाइफ स्टेटस इन हिंदी

ज्यादा ख़्वाहिशें नहीं ऐ ज़िंदगी तुझसे

ज्यादा ख़्वाहिशें नहीं ऐ ज़िंदगी तुझसेज्यादा ख़्वाहिशें नहीं ऐ ज़िंदगी तुझसे,
बस अगला कदम पिछले से बेहतरीन हो।

मौत ने चुपके से न जाने क्या कहामौत ने चुपके से न जाने क्या कहा,
और ज़िन्दगी खामोश हो कर रह गयी।

लेकर आयी है किस मक़ाम पे ये ज़िंदगी मुझेलेकर आयी है किस मक़ाम पे ये ज़िंदगी मुझे,
महसूस हो रही है ख़ुद अपनी कमी मुझे।

छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझकोछोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको,
ज़िंदगी इतना बता कितना सफर बाकी है।

कुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछकुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछ,
हाँ राख ही तो ठहरा अंजाम जिंदगी का।

बहुत सा पानी छुपाया है मैंने अपनी पलकों में​बहुत सा पानी छुपाया है मैंने अपनी पलकों में​,
जिंदगी लम्बी बहुत है क्या पता कब प्यास लग जाए​।

ज्यादा ख़्वाहिशें नहीं ऐ ज़िंदगी तुझसेज्यादा ख़्वाहिशें नहीं ऐ ज़िंदगी तुझसे,
बस अगला कदम पिछले से बेहतरीन हो।

कभी मेरे साथ चल के कभी मुझ को साथ लेकरकभी मेरे साथ चल के, कभी मुझ को साथ लेकर,
वो बदल गए अचानक, मेरी ज़िन्दगी बदल के।

समझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब कोसमझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब को,
ज़िन्दगी तुझे समझने लगा हूँ आहिस्ता आहिस्ता।

इतनी बदसलूकी ना कर ऐ ज़िंदगीइतनी बदसलूकी ना कर, ऐ ज़िंदगी,
हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले है।

चाहे जिधर से भी देखिए बदशक्ल ही लगूंगाचाहे जिधर से भी देखिए बदशक्ल ही लगूंगा,
मैं जिंदगी के जख्मों का ताजा निशान हूं।

इक टूटी सी ज़िंदगी को समेटने की चाहत थीइक टूटी सी ज़िंदगी को समेटने की चाहत थी,
न खबर थी उन टुकड़ों को ही बिखेर बैठेंगे हम।

ज़िन्दगी कब की खामोश हो गयीज़िन्दगी कब की खामोश हो गयी,
दिल तो बस आदतन धड़कता है।

नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अबनफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब,
ज़िंदगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले।

जिंदगी के रथ में लगाम बहुत हैजिंदगी के रथ में लगाम बहुत है,
अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत है।

जिंदगी की उलझनो को सुलझा रहा हूं मैंजिंदगी की उलझनो को सुलझा रहा हूं मैं,
देख तेरी याद को रफ्ता रफ्ता भुला रहा हूं मै।

मौत से कैसा डर मिनटों का खेल हैमौत से कैसा डर, मिनटों का खेल है,
आफत तो जिंदगी है बरसों चला करती है।

रुलाया ना कर हर बात पर ऐ जिन्दगीरुलाया ना कर हर बात पर ऐ जिन्दगी,
जरुरी नहीं सबकी किस्मत में चुप कराने वाले हों।

क्या बेचकर हम खरीदें फुर्सत ऐ जिंदगीक्या बेचकर हम खरीदें फुर्सत, ऐ जिंदगी,
सब कुछ तो गिरवी पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में।

यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िन्दगीयूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िन्दगी,
हादसा ये भी कम नहीं कि हमें मौत न मिली।

कुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसेकुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसे,
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा।


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