Trending - Holi

Wednesday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Life Status in Hindi & English Sad Life Status Images in Hindi - सैड लाइफ स्टेटस इन हिंदी

सुलगती ज़िन्दगी से मौत आ जाये तो बेहतर है

सुलगती ज़िन्दगी से मौत आ जाये तो बेहतर हैसुलगती ज़िन्दगी से मौत आ जाये तो बेहतर है,
हम से दिल के अरमानो का अब मातम नहीं होता।

ज़िन्दगी कब की खामोश हो गयीज़िन्दगी कब की खामोश हो गयी,
दिल तो बस आदतन धड़कता है।

ज़िन्दगी का फलसफा भी कितना अजीब हैज़िन्दगी का फलसफा भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे है।

तेरी ही जुस्तजू में जी लिया इक ज़िन्दगी मैंनेतेरी ही जुस्तजू में जी लिया इक ज़िन्दगी मैंने,
गले मुझको लगाकर खत्म साँसों का सफ़र कर दे।

रोज़ दिल में हसरतों को जलता देख करोज़ दिल में हसरतों को जलता देख कर,
थक चुका हूँ ज़िंदगी का ये रवैया देख कर।

चाहे जिधर से भी देखिए बदशक्ल ही लगूंगाचाहे जिधर से भी देखिए बदशक्ल ही लगूंगा,
मैं जिंदगी के जख्मों का ताजा निशान हूं।

नजरिया बदल के देख हर तरफ नजराने मिलेंगेनजरिया बदल के देख, हर तरफ नजराने मिलेंगे,
ऐ ज़िंदगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे।

अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहटअब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
हो गया है ज़िंदगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा।

कभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए हैकभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए है,
ज़िंदगी शाम है और शाम ढली जाए है।

ग़ैरों से पूछती है तरीका निज़ात काग़ैरों से पूछती है तरीका निज़ात का,
अपनों की साजिशों से परेशान ज़िंदगी।

जिंदगी के रथ में लगाम बहुत हैजिंदगी के रथ में लगाम बहुत है,
अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत है।

यूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थीयूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी,
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी।

इतनी बदसलूकी ना कर ऐ ज़िंदगीइतनी बदसलूकी ना कर, ऐ ज़िंदगी,
हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले है।

कुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछकुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछ,
हाँ राख ही तो ठहरा अंजाम जिंदगी का।

कुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसेकुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसे,
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा।

मौत ने चुपके से न जाने क्या कहामौत ने चुपके से न जाने क्या कहा,
और ज़िन्दगी खामोश हो कर रह गयी।

ज़िन्दगी बैठी थी अपने हुस्न पे फूली हुईज़िन्दगी बैठी थी अपने हुस्न पे फूली हुई,
मौत ने आते ही सारा रंग फीका कर दिया।

अपने वजूद पर इतना न इतरा ऐ ज़िन्दगीअपने वजूद पर इतना न इतरा, ऐ ज़िन्दगी.
वो तो मौत है जो तुझे मोहलत दिए जा रही है।

कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहींकम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं,
ज़िंदगी तू ने तो धोखे पे धोखा दिया है।

समझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब कोसमझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब को,
ज़िन्दगी तुझे समझने लगा हूँ आहिस्ता आहिस्ता।

इक टूटी सी ज़िंदगी को समेटने की चाहत थीइक टूटी सी ज़िंदगी को समेटने की चाहत थी,
न खबर थी उन टुकड़ों को ही बिखेर बैठेंगे हम।


Categories