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Home Life Status in Hindi & English Sad Life Status Images in Hindi - सैड लाइफ स्टेटस इन हिंदी

जिंदगी के रथ में लगाम बहुत है

जिंदगी के रथ में लगाम बहुत हैजिंदगी के रथ में लगाम बहुत है,
अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत है।

कुछ ऐसे हादसे भी होते है ज़िंदगी में ऐ दोस्तकुछ ऐसे हादसे भी होते है ज़िंदगी में ऐ दोस्त,
इंसान बच तो जाता है मगर ज़िंदा नहीं रहता।

जिन्दगी तेरी भी अजब परिभाषा हैजिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है,
सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है।

जिंदगी की उलझनो को सुलझा रहा हूं मैंजिंदगी की उलझनो को सुलझा रहा हूं मैं,
देख तेरी याद को रफ्ता रफ्ता भुला रहा हूं मै।

साँसों के सिलसिले को न दो ज़िन्दगी का नामसाँसों के सिलसिले को न दो ज़िन्दगी का नाम,
जीने के बावजूद भी मर जाते हैं कुछ लोग।

कभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए हैकभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए है,
ज़िंदगी शाम है और शाम ढली जाए है।

कभी मेरे साथ चल के कभी मुझ को साथ लेकरकभी मेरे साथ चल के, कभी मुझ को साथ लेकर,
वो बदल गए अचानक, मेरी ज़िन्दगी बदल के।

जिन्दगी कशमकश-ए-इश्क के आगाज का नामजिन्दगी कशमकश-ए-इश्क के आगाज का नाम,
मौत अंजाम इसी दर्द के अफसाने का।

मुस्कुराकर हर जख्म सहने की आदत क्या हो गईमुस्कुराकर हर जख्म सहने की आदत क्या हो गई,
जिंदगी तो हर सितम मुझ पर ही आजमाने लगी है।

ज़िन्दगी जिसको तेरा प्यार मिला वो जानेज़िन्दगी जिसको तेरा प्यार मिला वो जाने,
हम तो नाकाम ही रहे चाहने वालों की तरह।

कुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछकुछ आग आरज़ू की उम्मीद का धुआँ कुछ,
हाँ राख ही तो ठहरा अंजाम जिंदगी का।

रुलाया ना कर हर बात पर ऐ जिन्दगीरुलाया ना कर हर बात पर ऐ जिन्दगी,
जरुरी नहीं सबकी किस्मत में चुप कराने वाले हों।

जिंदगी से तो क्या शिकायत हो मौत ने भी भुला दिया है हमेंजिंदगी से तो क्या शिकायत हो,
मौत ने भी भुला दिया है हमें।

मौत से कैसा डर मिनटों का खेल हैमौत से कैसा डर, मिनटों का खेल है,
आफत तो जिंदगी है बरसों चला करती है।

चाहे जिधर से भी देखिए बदशक्ल ही लगूंगाचाहे जिधर से भी देखिए बदशक्ल ही लगूंगा,
मैं जिंदगी के जख्मों का ताजा निशान हूं।

हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहोहर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो,
ये ज़िन्दगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो।

ज़िन्दगी बैठी थी अपने हुस्न पे फूली हुईज़िन्दगी बैठी थी अपने हुस्न पे फूली हुई,
मौत ने आते ही सारा रंग फीका कर दिया।

समझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब कोसमझ जाता हूँ मीठे लफ़्ज़ों में छुपे फरेब को,
ज़िन्दगी तुझे समझने लगा हूँ आहिस्ता आहिस्ता।

ग़ैरों से पूछती है तरीका निज़ात काग़ैरों से पूछती है तरीका निज़ात का,
अपनों की साजिशों से परेशान ज़िंदगी।

क्या बेचकर हम खरीदें फुर्सत ऐ जिंदगीक्या बेचकर हम खरीदें फुर्सत, ऐ जिंदगी,
सब कुछ तो गिरवी पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में।

ऐ मौत तेरे लिए क्या बचेगाऐ मौत तेरे लिए क्या बचेगा,
हमें तो जिंदगी ही दफना रही है।


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