उम्र छोटी है तो क्या,
ज़िंदगी का हर एक मंज़र देखा है,
फरेबी मुस्कुराहटें देखी है,
बगल में खंजर भी देखा है।
आँखों को अश्क का पता न चलता,
दिल को दर्द का एहसास न होता,
कितना हसीन होता जिंदगी का सफ़र,
अगर मिलकर कभी बिछड़ना न होता।
कर दिया मैंने भी जिंदगी को ऐसे बर्बाद,
जैसे जिंदगी ने मुझे बर्बाद किया था।
ज़िन्दगी एक फूल है तो मोहब्बत उसकी खुशबू,
प्यार एक दरिया है तो महबूब उसका साहिल,
अगर ज़िन्दगी एक दर्द है तो दोस्त उसकी दवा।
कैसे बदलते है लोग,
चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया,
अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया,
शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।
वो हर बार अगर चेहरा बदल कर न आया होता,
धोखा मैंने उस शख्स से यूँ न खाया होता,
रहता अगर याद कर मुझे लौट के आती नहीं,
ज़िन्दगी फिर मैंने तुझे यूं न गंवाया होता।
हजारों ख़ुशियाँ कम है,
एक गम भुलाने के लिए,
एक गम ही काफी है,
जिंदगी भर रुलाने के लिए।
जब भी सुलझाना चाहा,
ज़िंदगी के सवालों को मैंने,
हर एक सवाल में जिंदगी
मेरी उलझती चली गई।
ज़िन्दगी कभी आसान नही होती,
इसे आसान करना पड़ता है,
कुछ नजर अंदाज करके कुछ को बर्दास्त करके।
रोज़ दिल में हसरतों को जलता देखकर,
थक चुका हूँ ज़िन्दगी का ये रवैया देखकर।