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Home Zindagi Shayari in Hindi & English Zindagi Sad Shayari in Hindi - जिंदगी सैड शायरी इन हिंदी

कभी ये फिक्र कभी वो मुसीबत

कभी ये फिक्र कभी वो मुसीबतकभी ये फिक्र, कभी वो मुसीबत,
जिंदगी क्या यूं ही गुजरने वाली है।

डरते है आग से कही जल न जायेडरते है आग से कही जल न जाये,
डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये,
लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे,
कहीं आप हमें भूल न जाये।

ज़िन्दगी से अपना हर दर्द छुपा लेनाज़िन्दगी से अपना हर दर्द छुपा लेना,
ख़ुशी ना मिले तो ग़म गले लगा लेना,
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान होती है,
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना।

शुक्रिया ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दियाशुक्रिया ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया,
कैसे बदलते हैं लोग चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया,
अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया,
शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।

ऐ ज़िन्दगी इतने भी दर्द न दे कि मैं बिखर जाऊंऐ ज़िन्दगी इतने भी दर्द न दे कि मैं बिखर जाऊं,
ऐ ज़िन्दगी इतने भी ग़म न दे कि ख़ुशी भूल जाऊं,
ऐ ज़िन्दगी इतने भी आँसू न दे कि मैं हँसना भूल जाऊं,
इतने भी इम्तिहान न ले कि मैं हार के जीना भूल जाऊं।

वही रंजिशें वही हसरतें न ही दर्द ए दिल में कमी हुईवही रंजिशें वही हसरतें,
न ही दर्द ए दिल में कमी हुई,
है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी,
न गुज़र सकी न खत्म हुई।

कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखीकभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी,
हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी,
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझे,
हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी।

हौसले जिंदगी के देखते हैहौसले जिंदगी के देखते है,
चलिए कुछ रोज जी के देखते है,
नींद पिछली सदी की जख्मी है,
ख़्वाब अगली सदी के देखते है।

समझ में नहीं आता जिन्दगी में उलझन हैसमझ में नहीं आता जिन्दगी में उलझन है,
या उलझन ही अपनी बन गई जिन्दगी है।

आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैआहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी
कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी है,
कुछ दर्द मिटाने बाकी है
कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी है।

नज़रों से दूर सही दिल के बहुत पास है तूनज़रों से दूर सही दिल के बहुत पास है तू,
बिखरी हुई इस ज़िन्दगी में मेरे जीने की आस है तू।

वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनीवो जिसकी याद मे हमने
खर्च दी जिन्दगी अपनी,
वो शख्श आज मुझको
गरीब कह के चला गया।

न जाने जिंदगी का ये कैसा दौर हैन जाने जिंदगी का ये कैसा दौर है,
इंसान खामोश है,
और ऑनलाइन कितना शोर है।

जो मिला कोई न कोई सबक दे गयाजो मिला कोई न कोई सबक दे गया,
अपनी ज़िन्दगी में हर कोई गुरु निकला।

जितने दिन तक जी गई बस उतनी ही है जिन्दगीजितने दिन तक जी गई बस उतनी ही है जिन्दगी,
मिट्टी के गुल्लकों की कोई उम्र नहीं होती।

पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने मेंपढ़ने वालों की कमी हो गयी है
आज इस ज़माने में,
वरना मेरी ज़िन्दगी का हर पन्ना,
पूरी किताब है।

ज़िन्दगी में ख़ुशी नहीं गम पड़ गएज़िन्दगी में ख़ुशी नहीं गम पड़ गए,
आँखों से निकले आंसूं भी नम पड़ गए,
वक़्त ही कुछ ऐसा पड़ा यारों कि,
बयां करने के लिए लफ्ज़ ही कम पड़ गए।

मेरे बेजुबा इश्क को गम का तोहफा दे गईमेरे बेजुबा इश्क को गम का तोहफा दे गई,
जिंदगी बन कर आई थी और जिंदगी ही ले गई।

ख़्वाबों से मुझको और न बहला सकेगीख़्वाबों से मुझको और न बहला सकेगी,
रहने दे ज़िन्दगी, तेरा जादू उतर गया।

हमारा कोई अपना बन जाताहमारा कोई अपना बन जाता,
बंद आँखों का सपना बन जाता,
ज़िन्दगी के लिए हम अँधेरे बन गए कि,
कहीं अँधेरा ही मेरी ज़िन्दगी का गुनाह न बन जाता।

मायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तोमायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तो,
कई अपने मेरे बदल गये अब तो,
करते थे बात आँधियों में साथ देने की,
हवा चली और सब मुकर गये अब तो।


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