समझने वाले कितने हैं उससे मतलब नहीं,
मतलब उससे है समझने की कोशिश कितनों ने की।
स्वयं की कमियों को बताता कोई नहीं,
अपने मतलब के बगैर हाथ मिलाता कोई नहीं,
प्यार से सभी करते हैं आपसे,
मगर किसी का साथ निभाता कोई नहीं।
अपने मतलब के लिये लोग, अक्सर बदल जाते हैं,
वे अपनो को पीछे छोड़ कर, आगे निकल जाते हैं,
कोई मरता भी हो तो उनकी बला से,
वो तो मरे पर कदम रखकर, आगे बढ़ जाते हैं।
दुनिया की सबसे अच्छी फीलिंग्स तब होती है।
जब दुसरो के लिए हम बिना मतलब जीते है।
किसी के साथ रहना है तो ख़ुशी से रहो,
मज़बूरी से साथ रहने का कोई मतलब नहीं।
मतलब की इस दुनियां में प्यार बस एक झांसा है,
धोखा तुम्हे भी मिलेगा दोस्त ये मेरा दावा हैं।
बेमतलब की जिंदगी का सिलसिला ख़त्म,
अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम।
उसको मतलब से मतलब था,
मुझे उससे मिलने से मतलब था।
इस दौर ए जमाने ने मौज और मतलब को दे दिया प्यार का नाम,
दफन हो कर रह गयी किताबो मे सच्चे प्यार कि दास्तान।
वक्त नहीं है किसी के पास,
जब तक न हो कोई मतलब खास।