हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है,
होश उड़ जाते है लोगो के जब हम कदम रखते है।
जो बेहतर होते है उन्हें इनाम मिलता है,
जो बेहतरीन होते है उनके नाम पर इनाम होता है।
कुछ लोग हमारी हैसियत पूछने लगे,
उनकी शख्सियत बिक जाए इतनी हैसियत है हमारी।
तूफ़ान में ताश के महल नहीं बनते,
रोने से बिगड़े मुकद्दर नहीं बनते,
सारी दुनिया को जीतने का दम रख ऐ बन्दे,
क्यूंकि एक हार से लोग फ़कीर,
और एक जीत से सिकंदर नहीं बनते।
पैदा तो में भी शरीफ हुआ था,
पर शराफत से अपनी कभी नही बनी।
हाथ में खंज़र ही नहीं, आँखों में पानी भी चाहिए।
मुझे दुश्मन भी, थोड़ा खानदानी चाहिए।
हमसे उलझना कुछ ऐसा है,
जैसे बारूद के ढेर पर बैठकर चिंगारी से खेलना।
अखबार वाला भी हजार बार सोच कर ये खबर छापता है,
क्यों कि मिया भाई से तो सारा शहर कांपता है।
तजुर्बे ने शेर को खामोश रहना सिखाया,
क्यूंकि दहाड़ कर कभी शिकार नहीं किया जाता।
हम तो ऐसी लड़की पटायेंगे, जो हो सबसे हटके,
जिसे देखते ही दिल को लगे 440 Volt के झटके।
प्यार से बात करोगे तो प्यार ही पाओगे,
अगर अकड़ के बात की तो मेरी Block List में नजर आओगे।
बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ,
आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ।
दहशत बनाओ तो हमारे जैसी,
वरना ख़ाली डराना तो कुत्ते भी जानते है।
दुनियादारी की चादर ओढ़ी है,
पर जिस दिन दिमाग सटका ना,
इतिहास तो इतिहास, भूगोल भी बदल देंगे।
खेल ताश का हो या जिंदगी का,
अपना इक्का तब ही दिखाना, जब सामने बादशाह हो।
मेरा दिल तोड़ने से पहले मेरे दोस्तो के तरफ देख लेना,
कहीं ऐसा ना हो बिन पैरों घुंघरु मुजरा करना पड़े।
डरपोक है वो लोग जो Online नहीं आते,
साला जिगर चाहिए, टाइम बरबाद करने के।
झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं,
बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती।
बारुद जैसी है अपुन की शख्सियत,
जहा से गुजरती है, लोग जलना शुरु कर देते हैं।
कहते है हर बात जुबां से, हम इशारा नहीं करते,
आसमां पर चलने वाले, जमीं से गुज़ारा नहीं करते,
हर हालात बदलने की हिम्मत है हम में,
वक़्त का हर फैसला हम गँवारा नहीं करते।