तूफ़ान में ताश के महल नहीं बनते,
रोने से बिगड़े मुकद्दर नहीं बनते,
सारी दुनिया को जीतने का दम रख ऐ बन्दे,
क्यूंकि एक हार से लोग फ़कीर,
और एक जीत से सिकंदर नहीं बनते।
बारुद जैसी है अपुन की शख्सियत,
जहा से गुजरती है, लोग जलना शुरु कर देते हैं।
कुछ लोग हमारी हैसियत पूछने लगे,
उनकी शख्सियत बिक जाए इतनी हैसियत है हमारी।
दहशत बनाओ तो हमारे जैसी,
वरना ख़ाली डराना तो कुत्ते भी जानते है।
अच्छी नज़र से देखों तो मुझमे भी संस्कार मिलेंगे,
वरना जुते और लात मिलेंगे।
तुम गर्दन झुकाने की बात करते हो,
हम वो है जो आँख उठाने वालो की गर्दन प्रसाद में बाट देते हैं।
मुश्किलें जरूर है मगर ठहरा नहीं हूँ मै,
मंजिल से ज़रा कह दो अभी पहुँचा नहीं हूँ मै।
माँ ने सिखाया चीजो को सही जगह पर रखना,
और बाप ने सिखाया लोगो को उनकी औकात में रखना।
जली को आग और बुझी को राख कहते है,
और जिसका status तुम पढ़ रहे हो,
उसे Attitude का बाप कहते है।
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते,
कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते।
चश्मे तो हम शौक के लिए पहनते है,
वरना कीसी को पटाने के लिए हमारे आंखों के इशारे ही काफी है।
हम तो ऐसी लड़की पटायेंगे, जो हो सबसे हटके,
जिसे देखते ही दिल को लगे 440 Volt के झटके।
Attitude का अंदाज़ यही से लगा लो,
तुम Player बनना चाहते हो और मै Game Changer।
हम किसी का भी कर्ज़ नही रखा करते हैं,
एक सुनते है और दो सुना दिया करते हैं।
झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं,
बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती।
खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं,
धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं,
हमें क्या रोकेंगे ये ज़माने वाले,
हम परों से नहीं हौसलों से उड़ा करते हैं।
तेरी बदमाशी का सूरज चाहे जितना मर्जी बुलन्दी पर चमके,
हमारी हदों में चमका तो डूब जायेगा।
डरपोक है वो लोग जो Online नहीं आते,
साला जिगर चाहिए, टाइम बरबाद करने के।
कहते है हर बात जुबां से, हम इशारा नहीं करते,
आसमां पर चलने वाले, जमीं से गुज़ारा नहीं करते,
हर हालात बदलने की हिम्मत है हम में,
वक़्त का हर फैसला हम गँवारा नहीं करते।
जिन तूफानों में लोगो के झोपड़े उड़ जाते है,
उन तूफानों में तो हम कपड़े सुखाते हैं।