डरपोक है वो लोग जो Online नहीं आते,
साला जिगर चाहिए, टाइम बरबाद करने के।
जली को आग और बुझी को राख कहते है,
और जिसका status तुम पढ़ रहे हो,
उसे Attitude का बाप कहते है।
कुछ सही तो कुछ खराब करते है,
इसीलिए लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब कहते है।
हमसे उलझना कुछ ऐसा है,
जैसे बारूद के ढेर पर बैठकर चिंगारी से खेलना।
हाथ में खंज़र ही नहीं, आँखों में पानी भी चाहिए।
मुझे दुश्मन भी, थोड़ा खानदानी चाहिए।
हम तो ऐसी लड़की पटायेंगे, जो हो सबसे हटके,
जिसे देखते ही दिल को लगे 440 Volt के झटके।
कहते है हर बात जुबां से, हम इशारा नहीं करते,
आसमां पर चलने वाले, जमीं से गुज़ारा नहीं करते,
हर हालात बदलने की हिम्मत है हम में,
वक़्त का हर फैसला हम गँवारा नहीं करते।
तेरी बदमाशी का सूरज चाहे जितना मर्जी बुलन्दी पर चमके,
हमारी हदों में चमका तो डूब जायेगा।
कुछ लोग मिलके कर रहे है मेरी बुराई।
तुम बेटे इतने सारे और मै अकेला मचा रहा हूँ तबाही।
मेरा दिल तोड़ने से पहले मेरे दोस्तो के तरफ देख लेना,
कहीं ऐसा ना हो बिन पैरों घुंघरु मुजरा करना पड़े।