पैदा तो में भी शरीफ हुआ था,
पर शराफत से अपनी कभी नही बनी।
ख़ौफ़ और खून हमेशा आँखों में रखो क्योंकि,
हथियारों से सिर्फ दुश्मनो की हड्डिया टूटती है, हौसले नहीं।
हम तो ऐसी लड़की पटायेंगे, जो हो सबसे हटके,
जिसे देखते ही दिल को लगे 440 Volt के झटके।
तेरी बदमाशी का सूरज चाहे जितना मर्जी बुलन्दी पर चमके,
हमारी हदों में चमका तो डूब जायेगा।
कहते है हर बात जुबां से, हम इशारा नहीं करते,
आसमां पर चलने वाले, जमीं से गुज़ारा नहीं करते,
हर हालात बदलने की हिम्मत है हम में,
वक़्त का हर फैसला हम गँवारा नहीं करते।
सनम तेरी नफरत में वो दम नहीं,
जो मेरी चाहत को मिटा दे,
ये महोब्बत है कोई खेल नहीं,
जो आज हंस के खेल और कल रो के भुला दिया।
कुछ सही तो कुछ खराब करते है,
इसीलिए लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब कहते है।
अखबार वाला भी हजार बार सोच कर ये खबर छापता है,
क्यों कि मिया भाई से तो सारा शहर कांपता है।
भाई बोलने का हक़ मैंने सिर्फ दोस्तों को दिया है,
वरना दुश्मन तो आज भी हमें बाप के नाम से पहचानते हैं।
तजुर्बे ने शेर को खामोश रहना सिखाया,
क्यूंकि दहाड़ कर कभी शिकार नहीं किया जाता।