रेस वो लोग लगाते है, जिसे अपनी किस्मत आजमानी हो,
हम तो वो खिलाडी है, जो अपनी किस्मत के साथ खेलते है।
हाथ में खंज़र ही नहीं, आँखों में पानी भी चाहिए।
मुझे दुश्मन भी, थोड़ा खानदानी चाहिए।
चश्मे तो हम शौक के लिए पहनते है,
वरना कीसी को पटाने के लिए हमारे आंखों के इशारे ही काफी है।
तूफ़ान में ताश के महल नहीं बनते,
रोने से बिगड़े मुकद्दर नहीं बनते,
सारी दुनिया को जीतने का दम रख ऐ बन्दे,
क्यूंकि एक हार से लोग फ़कीर,
और एक जीत से सिकंदर नहीं बनते।
दहशत बनाओ तो हमारे जैसी,
वरना ख़ाली डराना तो कुत्ते भी जानते है।
Attitude का अंदाज़ यही से लगा लो,
तुम Player बनना चाहते हो और मै Game Changer।
पैदा तो में भी शरीफ हुआ था,
पर शराफत से अपनी कभी नही बनी।
हम किसी का भी कर्ज़ नही रखा करते हैं,
एक सुनते है और दो सुना दिया करते हैं।
तुम गर्दन झुकाने की बात करते हो,
हम वो है जो आँख उठाने वालो की गर्दन प्रसाद में बाट देते हैं।
डरपोक है वो लोग जो Online नहीं आते,
साला जिगर चाहिए, टाइम बरबाद करने के।