कहते है हर बात जुबां से, हम इशारा नहीं करते,
आसमां पर चलने वाले, जमीं से गुज़ारा नहीं करते,
हर हालात बदलने की हिम्मत है हम में,
वक़्त का हर फैसला हम गँवारा नहीं करते।
उस जगह पर हमेशा खामोश रहना,
जहाँ दो कौड़ी की लोग अपनी हैसियत के गुण गाते है।
पैदा तो में भी शरीफ हुआ था,
पर शराफत से अपनी कभी नही बनी।
चश्मे तो हम शौक के लिए पहनते है,
वरना कीसी को पटाने के लिए हमारे आंखों के इशारे ही काफी है।
मुश्किलें जरूर है मगर ठहरा नहीं हूँ मै,
मंजिल से ज़रा कह दो अभी पहुँचा नहीं हूँ मै।
रोज स्टेटस बदलने से जिंन्दगी नहीं बदलती,
जिंदगी को बदलने के लिये एक स्टेटस काफी है।
हाथ में खंज़र ही नहीं, आँखों में पानी भी चाहिए।
मुझे दुश्मन भी, थोड़ा खानदानी चाहिए।
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते,
कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते।
जिन तूफानों में लोगो के झोपड़े उड़ जाते है,
उन तूफानों में तो हम कपड़े सुखाते हैं।
जीने वाले जी लेते है ज़िन्दगी शान से,
और जलने वाले जलकर राख हो जाते है श्मशान में।