Pyar Bhari Shayari in Hindi - प्यार भरी शायरी इन हिंदी
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इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी,
ढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयी,
देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम,
वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
प्यार की हद को समझना मेरे बस की बात नहीं,
दिल की बातों को छुपाना मेरे बस की बात नहीं,
कुछ तो बात है तुझमें जो यह दिल तुमपे मरता है,
वरना यूँ ही जान गँवाना मेरे बस की बात नहीं।
आपकी याद हमें बेचैन बना जाती है,
हर जगह हमें आपकी सूरत नज़र आती है,
कैसा हाल किया है मेरा आपके प्यार ने,
नींद आती है तो आँखे बुरा मान जाती है।
अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है,
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है,
मेरे जज़्बात वाकिफ से है मेरी कलम भी,
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है।
हसरतें रह जाएँगी आपके बिना अधूरी,
ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी,
अब और सही जाये न यह दूरी,
जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी।
चेहरे पर मरने वाले हज़ार मिल जायेंगे,
कुछ लोग हर जरुरत पूरी कर जायेंगे,
ख्वाहिश है उसकी जो दिल से समझे हमें,
हम तो जिंदगी भी उसके नाम कर जायेंगे।
उतर के देख मेरी चाहत की गहराई में,
सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई में,
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हें,
मिलेगा मेरा अक्स तुम्हें अपनी ही परछाई में।
हसरतें मचल गई जब,
तुमको सोचा एक पल के लिए,
सोचो तब क्या होगा जब,
मिलोगे मुझे उम्र भर के लिए।
कुछ ख़ास जानना है तो प्यार कर के देखो,
अपनी आँखों में किसी को उतार कर के देखो,
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,
ये एहसास जानना है तो दिल हार कर के देखो।
वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है,
ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार होता है,
निगाहों के मिलते मिलते दिल मिल जाये,
ऐसा इत्तेफाक सिर्फ एक बार होता है।
चेहरे पर हँसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पे मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो मर के देख लो यार,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है।
मंजिल भी तुम हो तलाश भी तुम हो,
उम्मीद भी तुम हो आस भी तुम हो,
इश्क भी तुम हो जूनून भी तुम ही हो,
एहसास तुम हो प्यास भी तुम ही हो।
कोई मिले इस तरह के फिर जुदा न हो,
वो समझे मेरा मिजाज और कभी खफा न हो,
अपने एहसास से बांट ले सारी तन्हाई मेरी,
इतना प्यार दे जो पहले किसी ने किसी को दिया न हो।
तुझसे रूबरू हो के बातें करूँ,
निगाहें मिला के वफ़ा के बादे करूँ,
थाम कर तेरा हाथ बैठ जाऊं तेरे सामने,
तेरी हसीन सूरत के नज़ारे करूँ।
मुझको फिर वो ही सुहाना नजारा मिल गया,
इन आँखों को दीदार तुम्हारा मिल गया,
अब किसी और की तमन्ना क्यों मैं करूँ,
जब मुझे तेरी बाँहों का सहारा मिल गया।
हमने देखी है इन आँखों की महकती खुशबू,
हाथ से छू के इसे इश्क का इल्ज़ाम न दो,
एक एहसास है इसे रूह से महसूस करो,
प्यार को प्यार ही रहने दो इसे कोई दूसरा नाम न दो।
बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह,
हर एक रुत में तेरा इंतज़ार करते है,
न तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है।
आपके आने से ज़िन्दगी कितनी ख़ूबसूरत है,
दिल में बसी है जो वो आपकी ही मूरत है,
दूर नहीं जाना हमसे कभी भूलकर भी,
हमे हर कदम पर बस आपकी जरुरत है।
मेरे वजूद में काश तू उतर जाये,
मैं देखूं आइना और तू नज़र आये,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाये,
और तुझे देखते हुए ज़िन्दगी गुजर जाये।
शाम को क़यामत का रंग गहरा पड़ेगा,
हुक़ूमत है गेरुए की प्यार पे पहरा रहेगा,
अब भी वक़्त है संभल जा मेरी जान,
ज़रा सिरफ़िरा हूँ, ये प्यार तुम्हे महंगा पड़ेगा।
तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा,
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा।
मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इनकार नहीं,
कैसे कह दूँ कि मुझे तुमसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी नजरों में भी थी,
मैं अकेला ही तो इसका गुनहगार नहीं।
खुशबु की तरह मेरी हर सांस में,
प्यार अपना बसाने का वादा करो,
रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के है,
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
इत्तेफाक से ही सही मगर मुलाकात हो गयी,
ढूढ़ रहे थे हम जिन्हें उनसे बात हो गयी,
देखते ही उनको हम जाने कहाँ खो गए,
वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं,
गुनाह हो यह ज़माने कि नजर में तो क्या,
ज़माने वाले इंसान है कोई खुदा तो नहीं।
रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो,
आँख सच बोलती है प्यार छुपाया न करो,
लोग हर बात का अफसाना बना लेते है,
सबको हालात की रुदाद सुनाया न करो।
आप खुद नहीं जानती आप कितनी प्यारी हो,
जान तो हमारी हो पर जान से प्यारी हो,
दूरियों के होने से कोई फर्क नहीं पड़ता,
आप कल भी हमारी थी आज भी हमारी हो।
बनकर खुशबू तेरी साँसों में बिखर जायेंगे,
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे,
महसूस करने की कोशिश तो करो,
दूर रहकर भी तेरे पास नजर आयंगे।
मेरे वजूद में काश तू समा जाए,
मैं देखूं आईना तो अक्स तेरा नज़र आए,
तू जब भी हो सामने वक़्त ये ठहर जाए,
मेरी पूरी उम्र तुझे देख कर बीत जाए।
दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं,
कैसे कह दूँ कि मुझे तुमसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी निगाहों में भी थी,
मैं अकेला ही तो इसका गुनाहगार नहीं।
तुम्हारे प्यार की दास्तान हमने अपने दिल में लिखी है,
न थोड़ी न बहुत बे-हिसाब लिखी है,
किया करो कभी हमे भी अपनी दुआओं में शामिल,
हमने अपनी हर एक सांस तुम्हारे नाम लिखी है।
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता है,
सारी उम्र तेरे नाम करने का दिल करता है,
एक मुकम्मल शायरी है तू क़ुदरत की,
तुझे ग़ज़ल बनके ज़ुबान पे लाने का दिल करता है।
कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना,
यूँ बात बढ़ा कर क्या करना,
तुम मेरे थे, तुम मेरे हो,
दुनिया को बता कर क्या करना।
अगर तलाश करोगे तो कोई मिल ही जायेगा,
मगर हमारी तरह कौन तुझे चाहेगा,
तुम्हे जरुर कोई चाहतों से देखेगा,
मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लायेगा।
ऊपर से गुस्सा दिल से प्यार करते हो,
नज़रें चुराते हो दिल बेक़रार करते हो,
लाख़ छुपाओ दुनिया से मुझे ख़बर है,
तुम मुझे ख़ुद से भी ज्यादा प्यार करते हो।
ज़िन्दगी में किसी का साथ काफी है,
हाथों में किसी का हाथ काफी है,
दूर हो या पास फर्क नहीं पड़ता,
प्यार का तो बस अहसास ही काफी है।
वो हसरतें दिल की अब जुबां पर आने लगी,
तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,
मोहाब्बत की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,
हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी।
किसी पत्थर में मूर्त है, कोई पत्थर की मूर्त है,
लो हम ने देख ली दुनिया, जो इतनी खूबसूरत है,
दुनिया अपना न समझे कभी पर मुझे खबर है,
कि तुझे मेरी ज़रूरत है और मुझे तेरी ज़रूरत है।
ऐसा क्या बोलूं कि तेरे दिल को छू जाए,
ऐसी किससे दुआ मांगू कि तू मेरी हो जाए,
तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी,
ऐसा क्या कर दूं कि ये मन्नत पूरी हो जाए।
होंठो पर देखो फिर आज मेरा नाम आया है,
लेकर नाम मेरा देखो महबूब कितना शरमाया है,
पूछे उनसे मेरी आँखें कितना इश्क है मुझसे,
पलके झुकाके वो बोले कि मेरी हर साँस में बस तू ही समाया है।
बिन बोले जो तुम कहते हो
बिन बोले ही वो सुन लूँ मैं,
भरके तुमको इन आँखों में
कुछ ख्वाब नए से बुन लूँ मैं।
नज़रे करम मुझ पर इतना न कर,
की तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं।
सुकून मिलता है जब उनसे बात होती है,
हजार रातों में वो एक रात होती है,
निगाह उठाकर जब देखते है वो मेरी तरफ,
मेरे लिए वही पल पूरी कायनात होती है।
आग के पास कभी मोम को ला कर देखूँ,
हो इजाजत तो तुझे हाथ लगा कर देखूँ,
दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है,
सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगाकर देखूँ।
जब खामोश आँखों से बात होती है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते है,
पता नहीं कब दिन और कब रात होती है।
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है,
दिल न चाह कर भी खामोश रह जाता है,
कोई सब कुछ कहकर प्यार जताता है,
कोई कुछ न कहकर भी सब बोल जाता है।
आँखें तो प्यार में दिल की ज़ुबान होती है,
सच्ची चाहत तो सदा बे-ज़ुबान होती है,
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना,
सुना है दर्द से ही चाहत और जवान होती है।
नफरतों के जहान में हमको
प्यार की बस्तियां बसानी है,
दूर रहना कोई कमाल नहीं,
पास आओ तो कोई बात बने।
मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ,
मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ,
कब पूछा मैंने कि क्यूँ दूर हो मुझसे,
मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ।