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Gam Bhari Shayari in Hindi - गम भरी शायरी इन हिंदी

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यह आँसू भी एक अलग परेशानी है,
ख़ुशी और गम दोनो की निशानी है,
समझने वाले के लिए तो अनमोल है,
और जो ना समझ पाए उनके लिए तो सिर्फ़ पानी है।

वो हमें भूल भी जायें तो कोई गम नहीं,
जाना उनका जान जाने से भी कम नहीं,
जाने कैसे ज़ख़्म दिए हैं उसने इस दिल को,
कि हर कोई कहता है कि इस दर्द की कोई मरहम नहीं।

जाना था दूर तो पास बुलाया क्यूँ था,
प्यार न था हमसे टू बहलाया क्यूँ था,
खुश थे हम अपनी गम ऐ ज़िन्दगी में,
चेहरा अपना दिखा कर तड़पाया क्यूँ था।

दिल से ना पूछो की अंदर दर्द कितना है,
धड़कन से ना पूछो की बाकी खेल कितना है,
पूछना ही है तो जलती हुई लाश से पूछो,
ज़िंदगी में गम और कफ़न में चैन कितना है।

दर्द सहकर भी दिल उन्हें प्यार करता है,
जुदा होकर भी उन्हें ही याद करता है,
दिये है इश्क़ में इतने दर्द ऐ गम,
फिर भी उन्ही की खुशियों की फरियाद करता है।

हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने।

मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते है,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते है,
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते है।

तेरे ना होने से थोड़ा गम है,
और इतनी सी कमी है,
लाख कोशिश करू मुस्कुराने की,
पर आँखों में नमी रहती है।

इस मुस्कुराते चेहरे के पीछे कुछ राज़ भी है,
हँसते है चहरे ऊपर से,
पर दिल में दबे वो गम आज भी है।

हमनें जब किया दर्द-ए-दिल बयां, तो शेर बन गया,
लोगों ने सुना तो वाह वाह किया, दर्द और बढ़ गया,
मोहब्बत की पाक रूह मेरे साँसों में है,
ख़त लिखा जब गम कम करने के लिए तो गम और बढ़ गया।

समझ सका न कोई मेरे दिल को,
ये दिल यूँ ही नादान रह गया,
मुझे कोई गम नहीं इस बात का,
अफसोस हैं की मेरा यार भी मुझसे अंजान रह गया।

खुश थे हम अपनी गम ऐ ज़िन्दगी में,
चेहरा अपना दिखा कर तड़पाया क्यूँ था,
अगर इतनी तकलीफ थी सूरत से हमारी,
तो कफ़न मेरे चहेरे से हटाया क्यूँ था।

ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते,
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते,
चलो अच्छा हुआ अपनों मैं कोई ग़ैर तो निकला,
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।

इन आंखो मे आंसू आये न होते,
अगर वो पीछे मुडकर मुस्कुराये न होते,
उनके जाने के बाद बस यही गम रहेगा,
कि काश वो हमारी ज़िन्दगी मे आये न होते।

आरज़ू नहीं के गम का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर मुझको तो एक अहसान करना,
दर्द इतना देना के मेरी जान निकल जाये।

दिल के टूटने से नही होती है आवाज़,
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़,
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़,
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास।

जब तक अपने दिल में उनका गम रहा,
हसरतों का रात दिन मातम रहा,
हिज्र में दिल का ना था साथी कोई,
दर्द उठ-उठ कर शरीके-गम रहा।

ग़म-ए-दुनिया में ग़म-ए-यार भी शामिल कर लो,
नशा बढ़ता है शराबें जो शराबों में मिलें,
अब न वो मैं हूँ, न तू है, न वो माज़ी है फ़राज़,
जैसे दो साए तमन्ना के सराबों में मिलें।

हुस्न खो जायेगा प्यार मिट जायेगा,
वक़्त के हाथ सबकुछ लुट जायेगा,
हाँ रहेगी मगर याद मेरे दिल में तेरी,
ग़म का समंदर तो सिमट जायेगा।

तुम अपना रंजो-गम अपनी परेशानी मुझे दे दो,
तुम्हें मेरी कसम यह दुख यह हैरानी मुझे दे दो।
ये माना मैं किसी काबिल नहीं इन निगाहों में,
बुरा क्या है अगर इस दिल की वीरानी मुझे दे दो।

तेरी वफा के गम ने मुझे कभी हसने नहीं दिया,
इस दुनिया ने कभी मुझे रोने नहीं दिया,
टूट कर जब मैंने रात पनाह मांगी,
वहां भी तेरी याद ने मुझे रोने नहीं दिया।

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

ग़मों की बरसात समेटे बैठा हूँ,
किसी बेवफा से धोखा खाये बैठा हूँ,
जाने कब देगा ऊपर वाला मौत मुझे,
खुदा के भरोसे आस लगाये बैठा हूँ।

हँसते हँसते कितने लोगों को हंसा दिया,
हँसते हँसते कितने ही ग़मों को छिपा लिया,
हंस कर गया कोई हमारे पर इस तरह,
की हमने ज़िंदगी भर हंसना भुला दिया।

तेरी दुनिया में जीने से तो बेहतर है कि मर जायें,
वही आँसू, वही आहें, वही ग़म है जिधर जायें,
कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता,
वही बेगाने चेहरे है जहाँ जायें जिधर जायें।

बिक गये जब तेरे लब तुझको क्या शिकवा अगर,
ज़िंदगी बादा-ओ-सागर में बहलाई गई,
ऐ ग़मे-दुनिया तुझे क्या इल्म तेरे वास्ते,
किन-किन बहानों से तबियत राह पर लाई गई।

आंसू एक अजीब कहानी है,
ख़ुशी और गम दोनों की निशानी है,
समझने वालों के लिए अनमोल है,
और ना समझने वालो के लिये पानी है।

ऐसा नहीं के तेरे बाद अहल-ए-करम नहीं मिले,
तुझ सा नहीं मिला कोई, लोग तो कम नहीं मिले,
एक तेरी जुदाई के दर्द की बात और है,
जिनको न सह सके ये दिल, ऐसे तो ग़म नहीं मिले।

भुला कर तुझको मै संभल तो गया हूं,
लेकिन अंदर से अभी भी टूटा हुआ हूं,
मेरा मन तो खुश है तेरे जाने के बाद,
लेकिन दिल से अभी भी रूठा हुआ हूं।

ज़ख्म देने वाला तो इस बात से अनजान है,
पर उससे मिला हुआ दर्द हमारे पास है,
चुभने पर कितनी तकलीफ होती है,
क्या कांच के उस टुकड़े को भी इसका एहसास है।

गम की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई,
जब भी हम हँसे ये आँखे नम हो गयी,
हम रोये भी तो वो जान ना सके,
और वो उदास भी हुए तो हमे खबर हो गयी।

दिल टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम,
हम ना रहे तो हमें याद करोगे तुम,
आज कहते हो हमारे पास वक़्त नहीं,
पर एक दिन मेरे लिए वक्त बर्बाद करोगे तुम।

रात भर मुझको गम-ए-यार ने सोने न दिया,
सुबह को खौफ-ए-शब-ए-तार ने सोने न दिया,
शमा की तरफ मेरी रात कटी सूली पर,
चैन से याद-ए-कद -ए-यार ने सोने न दिया।

रूठे हुए को मनाना ज़िंदगी है,
दुसरो को हसाना ज़िंदगी है,
कोई जीतकर खुश हुआ तो क्या हुआ,
सब कुछ हार कर मुस्कुराना ज़िंदगी है।

ये दुनिया बड़ी बेवफा है समझना,
कहीं दिल लगाने की कोशिश ना करना,
मेरे दोस्तों ज़िंदगी एक सफर है समझना,
कहीं ठहर जाने की कोशिश ना करना।

ना मिलता ग़म तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते,
चमन होती अगर दुनिया तो वीराने कहाँ जाते,
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला,
सभी होते अगर अपने ही तो बेगाने कहाँ जाते।

हम पे भी वो वक़्त आया था,
किसी को आँखों में बसाया था,
उसी ने लूट लिया मेरा जहाँ,
जिसे दिल की धड़कन बनाया था।

दिल की धड़कनों को एक लम्हा सबर नहीं,
शायद के उसको मेरी जरा भी कदर नहीं,
हर सफर में मेरा कभी हमसफ़र था वो,
अब सफर तो है मगर वो हमसफ़र नहीं।

तेरी यादों को हमने कभी खोने ना दिया,
पर ग़मों में भी हमें चुप होने ना दिया,
आंसू आज भी निकल आये तेरी याद में,
पर तेरी कसम ने हमें आज भी रोने ना दिया।

साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती,
दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती,
अजीब लोग है इस जमाने में,
कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।

चुप रह कर सज़ा मत देना,
बात ना करके रुला मत देना,
ना दे सको ख़ुशी तो कोई बात नहीं,
बस एक वादा करो, ज़िंदगी में हमें भुला मत देना।

जब भी करीब आता हूँ बताने के लिए,
जिंदगी दूर कर देती है सताने के लिए,
महफ़िलों की शान न समझना मुझे,
मैं अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिए।

भूल जाने का बहाना ना बना देना,
दूर जाने की बस एक वजह बता देना,
खुद चले जायेंगे आपकी ज़िंदगी से,
पर जहां आपकी याद ना आये, वो जगह बता देना।

माना के किस्मत पे मेरा कोई जोर नहीं,
पर ये सच है के मोहब्बत मेरी कमजोरी नहीं,
उसके दिल में, यादों में कोई और है लेकिन,
मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई नहीं।

ज़िंदगी से हमे कोई शिकायत नहीं,
जी तो रहे है पर ख़ुशी से नहीं,
हर शख्श ने दुःख भी बहुत दिये,
पर हम किसी से नाराज भी नहीं।

मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते है,
आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम आते है,
आज भी उस मोड़ पर खड़े है जहाँ,
किसी ने कहा था कि ठहरो हम अभी आते है।

मैंने आंसू को समझाया,
भरी महफ़िल में ना आया करो,
आंसू बोला तुमको भरी महफ़िल में तनहा पाते है,
इसलिए तो चुपके से चले आते है।

मुझको रुलाकर वो भी रोया तो होगा,
मुँह आंसुओ से उसने भी धोया तो होगा,
अगर ना किया है हासिल कुछ हमने प्यार में,
कुछ ना कुछ उसने भी खोया तो होगा।

सारी-सारी रात ना सोये हम,
रातो को उठ उठ के खूब रोये हम,
बस इक बार मेरा कसूर बता दे,
इतना प्यार करके भी क्यू ना तेरे हुए हम।




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