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Home Ummeed Shayari Ummeed Shayari in Hindi - उम्मीद शायरी इन हिंदी

इतना भी मत रुठ मुझसे कि तुझे मनाने की उम्मीद

इतना भी मत रुठ मुझसे कि तुझे मनाने की उम्मीदइतना भी मत रुठ मुझसे,
कि तुझे मनाने की उम्मीद ही खत्म हो जाए।

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अभी तक है उसके लौट के आने की उम्मीदअभी तक है उसके लौट के आने की उम्मीद,
अभी तक ठहरी है ज़िंदगी अपनी जगह,
लाख ये चाहा कि उसे भूल जाऊं पर,
हौंसले अपनी जगह, बेबसी अपनी जगह।

उम्मीदें तैरती रहती हैं कश्तियां डूब जाती हैंउम्मीदें तैरती रहती हैं, कश्तियां डूब जाती हैं,
कुछ घर सलामत रहते हैं, आंधिया जब भी आती हैं,
बचा ले जो हर तूफां से, उसे “आस” कहते हैं,
बड़ा मज़बूत है ये धागा, जिसे “विश्वास” कहते है।

अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलींअब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं,
जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।

उम्मीद की कश्ती को डुबाया नहीं करतेउम्मीद की कश्ती को डुबाया नहीं करते,
साहिल अगर दूर हो तो रोया नहीं करते,
जो रखते हैं दिल में हौसला,
वो जिन्दगी में कुछ खोया नहीं करते ।

उम्मीद की किरण के सिवा कुछ नहीं यहाँउम्मीद की किरण के सिवा कुछ नहीं यहाँ,
इस घर में रौशनी का बस यही इंतज़ाम है।

करीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहेकरीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहे,
दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी,
कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरक़रार रहें।

उम्मीद न रखना किसी से सच्चे प्यार कीउम्मीद न रखना किसी से सच्चे प्यार की,
बहुत प्यार से धोखा देते हैं, शिद्दत से चाहने वाले।

न मंज़िल है न मंज़िल की है कोई दूर तक उम्मीदन मंज़िल है, न मंज़िल की है कोई दूर तक उम्मीद,
ये किस रस्ते पे मुझको मेरा रहबर लेके आया है।

ज़्यादा उम्मीद मत लगा इंसान ही तो हैज़्यादा उम्मीद मत लगा इंसान ही तो है,
थोड़ा फासला भी रख दुनिया ही तो है।

अभी कुछ वक्त बाकी है अभी उम्मीद कायम हैअभी कुछ वक्त बाकी है, अभी उम्मीद कायम है,
कहीं से लौट आओ तुम, मोहब्बत सांस लेती है।

तुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत हैतुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत है,
पर मुझसे तुम ये उम्मीद जिन्दगी भर मत रखना।

दीवानगी हो अक़्ल हो उम्मीद हो कि आसदीवानगी हो, अक़्ल हो, उम्मीद हो कि आस,
अपना वही है, वक़्त पे जो काम आ गया।

यहाँ रोटी नही उम्मीद सबको जिंदा रखती हैयहाँ रोटी नही “उम्मीद” सबको जिंदा रखती है,
जो सड़कों पर भी सोते हैं ,सिरहाने ख्वाब रखते हैं।

अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भलाअब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला,
मिटटी के बने लोग कागजो मे बिक जाते है।

पता है मैं हमेशा खुश क्यों रहता हूँपता है मैं हमेशा खुश क्यों रहता हूँ?
क्योंकि मैं खुद के सिवा किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता।

अभी उसके लौट आने की उम्मीद बाकी हैअभी उसके लौट आने की उम्मीद बाकी है,
किस तरह से मैं अपनी आँखें मूँद लूँ।

जब जब आपसे मिलने की उम्मीद नजर आईजब जब आपसे मिलने की उम्मीद नजर आई,
मेरे पैरों में जंजीर नजर आई,
गिर पड़े आंसू आंखों के,
और हर आंसू में आपकी तस्वीर नजर आई।

उम्मीद वक्त का सबसे बड़ा सहारा हैउम्मीद वक्त का सबसे बड़ा सहारा है,
गर हौसला हो तो हर मौज में किनारा है,
रात तो वक्त की पाबंद है, ढल जायेगी,
देखना ये है कि चिरागों का सफर कितना है।

अबके गुज़रो उस गली से तो जरा ठहर जानाअबके गुज़रो उस गली से तो जरा ठहर जाना,
उस पीपल के साये में मेरी उम्मीद अब भी बैठी है।

कटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैंकटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैं,
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं।


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