मैंने तुम्हें खुद से ज्यादा मोहब्बत की थी,
मैंने तुम्हें खुद से ज्यादा प्यार किया था,
तुमने तोड़ दिया मेरा दिल इस कदर,
मैंने तुम्हारा हर वक्त इंतजार किया था।
दिल तूने जब अब हमारा तोड़ दिया
तो फिर हम सवाल क्यों करना,
और तेरे जैसे बेवफा महबूब पर
मोहब्बत का जाया क्यों करना।
मैंने उसे क्या समझा था
मैंने उसे अपनी मोहब्बत समझा था,
वो नही थी मेरी मोहब्बत
मैंने तो उसे दिल तोड़ने वाला आशिक समझा था।
तू अब चाहे जहां भी रहे
मुझे तुझसे कोई मतलब नहीं है,
दिल अगर तोड़ दिया तूने मेरा
तो मुझे भी तुझसे मोहब्बत नहीं है।
हम तेरी मोहब्बत के सारे सबब जानते है,
हम तेरी मोहब्बत को अपना खुदा मानते है,
फिर क्यों तोड़ दिया तूने दिल हमारा,
जब हम सिर्फ तुझे ही चाहते है।
दिल तोड़ने वालों को सजा क्यों नहीं मिलती,
हर किसी को प्यार में सफलता क्यों नहीं मिलती,
लोग कहते है इश्क तो बीमारी है,
तो फिर मेडिकल स्टोर में इसकी दवा क्यों नहीं मिलती।
हर किसी से थक चुका हूं मैं,
अब मोहब्बत कर कर के थक चुका हूं मैं,
अब जिंदगी में आगे बढ़ना चाहता हूं,
दिल तोड़ने वालों से रिश्ता रख कर थक चुका हूं।
मैंने उसे कितनी मोहब्बत की,
पर उसने मेरी मोहब्बत की लाज नहीं रखी है,
उसमें किसी और को ही चाहा,
मेरे दिल तोड़ने मै उसमें कोई कसर नहीं रखी।
इस कदर मेरा दिल तोड़ कर तू चली गई,
मेरे सपनों की उम्मीदों को तोड़ कर चली गई,
मैंने तुझे समझा था अपनी जिंदगी,
तुम मुझसे ऐसे मुंह मोड़ कर चली गई।
उसने जब दिल तोड़ दिया है हमारा,
तो हम किसी से शिकायत नहीं करेंगे,
मोहब्बत तो करेंगे हर किसी से,
पर मोहब्बत में खुद को पागल नहीं करेंगे।