आशिकी और मोहब्बत इनसे कुछ इस कदर हो गई थी,
उनके बिना नहीं रहने की हमें आदत हो गई थी,
हमने कितना चाहा उन्हें,
पर उन्हें फिर भी दिल तोड़ने की फितरत हो गई थी।
दिल तोड़ कर जाने के सिवा
तेरे पास और कुछ नहीं था,
मेरे पास तो थी मोहब्बत
तेरे पास मतलब के सिवा कुछ नहीं था।
बहुत कर ली मैंने मोहब्बत
वह करूंगा जो किसी ने नहीं किया,
तूने दिल तोड़ा है अगर मेरा
तो मैं भी उसका हिसाब लूंगा।
तेरी जहां मर्जी होती वहां जा सकते है,
अब तुम अपने हिसाब से जिंदगी जी सकती है,
मैंने तुझे आजाद कर दिया हर रिश्ते से,
अब तो मेरा दिल भी तोड़ हो सकती है।
शायद तू मेरे प्यार के काबिल था ही नहीं,
तभी मेरा दिल तोड़ कर चली गई,
और हम तड़पते है जिनको मैं नहीं मिलता,
और तू इस कदर मुंह मोड़ कर चली गई।
आशिकी और मोहब्बत इनसे कुछ इस कदर हो गई थी,
उनके बिना नहीं रहने की हमें आदत हो गई थी,
हमने कितना चाहा उन्हें,
पर उन्हें फिर भी दिल तोड़ने की फितरत हो गई थी।
जब भी मैं खुदा के पास जाया करता हूं,
उसे यही गुहार लगाया करता हूं,
ऐसा महबूब किसी को ना दे जो दिल तोड़ता है,
मुझसे ही अरदास किया करता हूं।
अकेला छोड़कर जो तुम मुझे जा रहे हो,
दिल तोड़ कर जो तुम मेरा गए हो,
याद रखना एक दिन पछताओगे,
जो तुम मुझे इस कदर छोड़ कर गए हो।
एक बार तो मुझसे प्यार से बात की होती,
एक बार तो मुझे गले से लगाया होता,
तूने हर वक्त तोड़ा है मेरा दिल,
कभी तो मुझे प्यार से समझा होता।
इतने साल किया था मैंने इंतज़ार,
चुटकियो में उसने सब कुश तबाह कर दिया
ना कह कर जब तोडा था मेरा दिल,
सब कुछ उसने तबाह कर दिया।
नहीं रखता मैं उससे रिश्ता जो मेरा ना हो सका,
नहीं करता मैं उससे मोहब्बत जो मेरा ना हो सका,
दिल जब तोड़ दिया तूने तो,
मोहब्बत में कोई वफा ना हो सका।
जिसका खुद का दिल पत्थर का हो,
वो अक्सर दुसरो का दिल तोडा करते है।
ऐसे लोगो से हमेशा दूर रहो साहब,
ये लोग सिर्फ प्यार करने का दिखावा करते है।
किसी भी दिल तोड़ने का हक है,
आखिर तू भी हमारा महबूब है,
दिल तोड़ दिया तुमने हमारा,
तू हमारे दिल का हिस्सा है।
दिल तोड़कर बात करते हो भुला देने की,
पहले साथ ज़ीने मरने के सपने दिखाते हो,
फिर बात करते हो दूर हो जाने की।
दिल तोड़ने वालों को सजा क्यों नहीं मिलती,
हर किसी को प्यार में सफलता क्यों नहीं मिलती,
लोग कहते है इश्क तो बीमारी है,
तो फिर मेडिकल स्टोर में इसकी दवा क्यों नहीं मिलती।
दिल तोड़ कर हँसने वाले,
सितम बेवफाई का एक दिन कहर ढाएगा,
तू भी एक दिन टूट हुआ,
किसी महख़ाने में नज़र आएगा।
उसने जब दिल तोड़ दिया है हमारा,
तो हम किसी से शिकायत नहीं करेंगे,
मोहब्बत तो करेंगे हर किसी से,
पर मोहब्बत में खुद को पागल नहीं करेंगे।
दिल तोड़ कर जाना ही था तो
मोहब्बत क्यों कि,
और जब यह रिश्ता निभाना ही नहीं था
तो फिर इतनी कसम क्यों दी।
दिल तूने जब अब हमारा तोड़ दिया
तो फिर हम सवाल क्यों करना,
और तेरे जैसे बेवफा महबूब पर
मोहब्बत का जाया क्यों करना।
मैंने कितनी मोहब्बत की थी,
उससे मैंने उससे कितना चाहा था,
पर उसने तो मेरा दिल ही तोड़ा है हमेशा,
जब कि मैंने उसे अपना सब कुछ माना था।
तू अपने आप में खुश रहे यही अच्छा है,
आप मुझसे बात ना करें यही अच्छा है,
दिल जब तोड़ दिया तूने तो,
तू किसी और के साथ रहे यही अच्छा है।