इस टूटे दिल के टुकड़े अब जुड़ नहीं सकते,
लम्बे फैसले है अब उनसे हमारे,
अब उनकी तरफ हम फिर मुड़ नहीं सकते।
मैंने कितनी मोहब्बत की थी,
उससे मैंने उससे कितना चाहा था,
पर उसने तो मेरा दिल ही तोड़ा है हमेशा,
जब कि मैंने उसे अपना सब कुछ माना था।
दिल तोड़ मेरा मुस्कुराकर चले गए तुम,
अपने हर वादे का जनाजा निकाल गए तुम,
क्या खता थी हमारी ये तो बता जाते खुद से
ज्यादा भरोसा करने की सज़ा दे गए तुम।
भूल जाने की आदत मेरी है नहीं,
और धोका की आदत है नहीं,
तूने दिल तोड़ दिया अगर मेरा,
तो मुझे भी तुझे याद करने की आदत है नहीं।
आशिकी और मोहब्बत इनसे कुछ इस कदर हो गई थी,
उनके बिना नहीं रहने की हमें आदत हो गई थी,
हमने कितना चाहा उन्हें,
पर उन्हें फिर भी दिल तोड़ने की फितरत हो गई थी।
दिल तोड़ कर हँसने वाले,
सितम बेवफाई का एक दिन कहर ढाएगा,
तू भी एक दिन टूट हुआ,
किसी महख़ाने में नज़र आएगा।
मोहब्बत में हमें कुछ नहीं मिलता,
दर्द के सिवा कुछ नहीं मिलता,
हर कोई जाता है यहां दिल तोड़ कर,
यहां पर कोई सच्चा आशिक नहीं मिलता।
किसी भी दिल तोड़ने का हक है,
आखिर तू भी हमारा महबूब है,
दिल तोड़ दिया तुमने हमारा,
तू हमारे दिल का हिस्सा है।
इस कदर मेरा दिल तोड़ कर तू चली गई,
मेरे सपनों की उम्मीदों को तोड़ कर चली गई,
मैंने तुझे समझा था अपनी जिंदगी,
तुम मुझसे ऐसे मुंह मोड़ कर चली गई।
जा दिल तोड़ने वाले हमने तुझे माफ किया,
हम तेरे पास हम नहीं आएंगे,
तू चाहे जिसके साथ रे,
हम तुझसे मोहब्बत नहीं निभाएंगे।