आशिकी और मोहब्बत इनसे कुछ इस कदर हो गई थी,
उनके बिना नहीं रहने की हमें आदत हो गई थी,
हमने कितना चाहा उन्हें,
पर उन्हें फिर भी दिल तोड़ने की फितरत हो गई थी।
दिल तोड़ कर जाने के सिवा
तेरे पास और कुछ नहीं था,
मेरे पास तो थी मोहब्बत
तेरे पास मतलब के सिवा कुछ नहीं था।
उसने जब दिल तोड़ दिया है हमारा,
तो हम किसी से शिकायत नहीं करेंगे,
मोहब्बत तो करेंगे हर किसी से,
पर मोहब्बत में खुद को पागल नहीं करेंगे।
वह मुझे समझती नहीं है,
मैं भी किसी को समझाना नहीं चाहता,
अगर वह चाह रही है मेरा दिल तोड़ कर जाना,
जाने दो, मैं भी उसे रोकना नहीं चाहता।
मोहब्बत में हमें कुछ नहीं मिलता,
दर्द के सिवा कुछ नहीं मिलता,
हर कोई जाता है यहां दिल तोड़ कर,
यहां पर कोई सच्चा आशिक नहीं मिलता।
मैंने उसे कितनी मोहब्बत की,
पर उसने मेरी मोहब्बत की लाज नहीं रखी है,
उसमें किसी और को ही चाहा,
मेरे दिल तोड़ने मै उसमें कोई कसर नहीं रखी।
किसी से वफ़ा की उम्मीद करना है,
इस दुनिया में सबसे बड़ा बुरा काम है,
क्योंकि हर कोई चला जाता है दिल तोड़कर,
मोहब्बत जिसका नाम है।
तूने मुझे इस कदर तड़पाया पाया है,
तूने मुझे पल पल रुलाया है,
दिल तोड़ कर चली गई तू मेरा,
और तूने किसी और को अपना हमसफर बनाया है।
दिल तोड़ने वालों को सजा क्यों नहीं मिलती,
हर किसी को प्यार में सफलता क्यों नहीं मिलती,
लोग कहते है इश्क तो बीमारी है,
तो फिर मेडिकल स्टोर में इसकी दवा क्यों नहीं मिलती।
जाने क्या मुझसे यह ज़माना चाहता है,
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसना चाहता है,
जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से,
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है।