नहीं रखता मैं उससे रिश्ता जो मेरा ना हो सका,
नहीं करता मैं उससे मोहब्बत जो मेरा ना हो सका,
दिल जब तोड़ दिया तूने तो,
मोहब्बत में कोई वफा ना हो सका।
भूल जाने की आदत मेरी है नहीं,
और धोका की आदत है नहीं,
तूने दिल तोड़ दिया अगर मेरा,
तो मुझे भी तुझे याद करने की आदत है नहीं।
जा दिल तोड़ने वाले हमने तुझे माफ किया,
हम तेरे पास हम नहीं आएंगे,
तू चाहे जिसके साथ रे,
हम तुझसे मोहब्बत नहीं निभाएंगे।
मैंने कितनी मोहब्बत की थी,
उससे मैंने उससे कितना चाहा था,
पर उसने तो मेरा दिल ही तोड़ा है हमेशा,
जब कि मैंने उसे अपना सब कुछ माना था।
तुझे तो हर किसी से मोहब्बत हो जाती है,
हर किसी पर तेरा दिल आ जाता है,
तू दिल तोड़ देती है हमारा,
और तुझ पर हर किसी का प्यार आ जाता है।
वह मुझे समझती नहीं है,
मैं भी किसी को समझाना नहीं चाहता,
अगर वह चाह रही है मेरा दिल तोड़ कर जाना,
जाने दो, मैं भी उसे रोकना नहीं चाहता।
दिल तोड़ कर जाना ही था तो
मोहब्बत क्यों कि,
और जब यह रिश्ता निभाना ही नहीं था
तो फिर इतनी कसम क्यों दी।
मोहब्बत तुमने हमसे कभी कि नहीं,
दिल तोड़ कर जाने की बात हमने की ही नहीं,
तुम ही प्यार करती थी मुझे, छोड़कर मत जाना,
हमने तुम्हें कभी छोड़कर जाने की बात की नहीं।
जिसका खुद का दिल पत्थर का हो,
वो अक्सर दुसरो का दिल तोडा करते है।
ऐसे लोगो से हमेशा दूर रहो साहब,
ये लोग सिर्फ प्यार करने का दिखावा करते है।
हम तेरी मोहब्बत के सारे सबब जानते है,
हम तेरी मोहब्बत को अपना खुदा मानते है,
फिर क्यों तोड़ दिया तूने दिल हमारा,
जब हम सिर्फ तुझे ही चाहते है।