आप के लिए जीते और आप पे ही मरते है,
आप ही हो वो तोहफ़ा जिसे बेइंतहा प्यार करते है,
अगर हो गई ग़लती मुझसे तो माफ़ कर दो मुझे,
क्योंकि हम गलतियां जानबूझ कर नहीं करते है।
आज मैंने खुद से एक वादा किया है,
माफ़ी मांगूंगा तुझसे तुझे रुसवा किया है,
हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ,
अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है।
खफा होने से पहले खता बता देना,
रुलाने से पहले हँसना सिखा देना,
अगर जाना हो कभी हम से दूर आप को,
तो पहले बिना साँस लिए जीना सिखा देना।
आज एक वादा करते है तुमसे,
मेरे लिए अब कोई नहीं ज्यादा है तुमसे,
माफ़ कर दो जो रुसवा किया तुमको,
गलती हमारी थी जो खुद से जुदा किया तुमको।
यू न रहो तुम हमसे ख़फ़ा,
माफ़ कर दो हमको ज़रा,
गलती किये है मानते है हम,
उस गलती की न दो ऐसी सज़ा।
कहा सुना जो भी हो माफ़ करना,
कुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करना,
कुछ बातें जो हम दोनों के बिच हुई,
उन में कुछ भला बुरा हुआ हो तो माफ़ करना।
जब करें तुमको उदास,
तुम कर देना हमको माफ़,
जानती हो मोहब्बत में कच्चा हूँ,
अभी तो मैं मोहब्बत में बच्चा हूँ।
सॉरी अगर दिल दुखाया हो,
तुम्हारा साथ पाकर दिल जताया हो,
तुम्हारे दिल में बसते हैं हम,
जो अनजाने में खुद को चोट पहुँचाया हो।
क्या आप भी बात बात पर रूठ जाते हो,
क्या आप भी कांच की तरह टूट जाते हो
तेरी गलती पर भी मांगी है माफी मैंने,
क्यूं तन्हा करके हमें लूट रही हो।
हवा होकर मुझसे यह बता तो कर,
इस कदर मेरे प्यार का इंतिहान ना लीजिए,
अगर हो गई हो हमसे कोई खता,
याद ना करके हमें सजा तो न दीजिए।
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया,
आपने तो दुनिया के कहने पर हमें भुला दिया,
हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।
सदीयो से जागी आँखो को, एक बार सुलाने आ जाओ,
माना की तुमको प्यार नहीं, नफरत ही जताने आ जाऔ
जिस मोड़ पे हमको छोड़ गये, हम बैठे अब तक सोच रहे
क्या भुल हुई क्यो जुदा हुए, बस यह समझाने आ जाओ।
कहा सुना जो भी हो माफ़ करना,
कुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करना,
कुछ बातें जो हम दोनों के बिच हुई,
उन में कुछ भला बुरा हुआ हो तो माफ़ करना।
रिश्तों में दूरियां तो आती-जाती रहती है,
फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है,
वो दोस्ती ही क्या जिसमे नाराजगी न हो,
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती है।
जान है मुझे ज़िन्दगी से प्यारी,
जान के लिए कर दू कुर्बान कुछ भी,
जान के लिये तोड़ दू यारी तुम्हारी,
अब तो मान जाओ मनाने से,
क्यूंकि तुम्ही हो जान हमारी।
हमसे कोई गिला हो जाये तो माफ़ करना,
याद ना कर पाये तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भुलाते नहीं,
पर ये धड़कन ही रुक जाये तो माफ़ करना।
इस कदर मेरे प्यार का इम्तेहान न लीजिये,
खफा हो क्यूँ मुझसे यह बता तो दीजिये,
माफ़ कर दो गर हो गयी हो हमसे कोई खता,
पर याद न करके हमें सजा तो न दीजिये।
खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो,
दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो,
देर हो गयी याद करने में जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो।
जिंदगी रहे ना रहे दोस्ती ज़रूर रहेगी,
पास रहे ना रहे यादें ज़रूर रहेगी,
अपनी जिंदगी में हमेशा हंसते रहना,
क्योकि आपकी हँसी में एक मुस्कान मेरी रहेगी।
उसकी खुशियों के लिए लड़ें थे दुनियाँ से,
आज वो ही हमसे खफ़ा बैठे हैं,
क्या गुनाह हो गया है हमसे,
हम सर झुकाए सजा पाने बैठे है।
चुप रहते है हम की कोई खफा ना हो जाए,
हमसे कोई रुसवा ना हो जाए,
बड़ी मुश्किल से कोई अपना बना है,
डर लगता है कही वो भी जुदा ना हो जाए।
हमारी गलती को माफ़ कर देना,
अनजाने में भी हमें छोड़ मत देना,
नहीं तो हम रह नहीं पायेंगे आपके बिन,
आप हमारे बिन ही रह लेना।
हमसे कोई भूल हो जाए तो Sorry,
आपको याद न कर पाए तो Sorry,
वैसे दिल से आपको भुलेगे नहीं,
पर हमारी धड़कन ही रुक जाए तो Sorry.
कितना उदास है कोई तेरे जाने से,
हो सके तो लौट आ किसी बहाने से,
तू लाख खफा सही, एक बार तो देख,
कोई बिखर सा गया है तेरे जाने से।
कभी सपने को भी दिल से लगाया करो,
किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो,
जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये,
बस हमें याद करके रूठ जाया करो।
नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे,
अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे,
कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते,
गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते।
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी,
तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी न रहेगी,
क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर ऐ दोस्त,
जिंदा तो रहेंगे लेकिन ज़िंदगी न रहेगी।
धड़कन बनके जो दिल में समा गए है,
हर एक पल उनकी याद में बिताते हैं,
आंसू निकल आये जब वो याद आ गए,
जान निकल जाती है जब वो रूठ जाते है।
निकला करो इधर से भी होकर कभी कभी,
आया करो हमारे भी घर पर कभी कभी,
माना कि रूठ जाना यूँ आदत है आप की,
लगते मगर हैं अच्छे ये तेवर कभी कभी।
आप मुस्कुराते हुए ही अच्छे लगते हो,
आप हमेशा ऐसे ही मुस्कुराया करो,
मज़ा आता है हमे आपको सताने में,
मगर आप रूठकर मान जाया करो।
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए,
मैं जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए,
कर लेना लाख शिकवे हमसे,
मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए।
इस कदर मेरे प्यार का इम्तहान न लीजिये,
खफा हो क्यों मुझसे ये बता तो दीजिये,
माफ़ कर दो गर हो गई हो हमसे कोई खता,
पर याद न करके हमे सजा तो न दीजिये।
कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे,
मिलना पड़ेगा कभी न कभी जरुर हमसे,
नजरें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी,
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे।
पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं,
तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं,
तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं,
सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं।
सुबह ही रात हो गयी,
जाने क्या बात हो गयी,
क्यों रूठ गए अचानक मुझसे,
क्या फिर किसी से मुलाकात हो गयी।
गलती हुई हमसे, मान हमने लिया,
गलत हम थे, जान हमने लिया,
अब ना करेंगे कुछ ऐसा, जो बुरा लगे आपको,
अब ये दिल में ठान हमने लिया।
हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें,
कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए,
हो सकता है तरस आ भी जाये आपको,
पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये।
सॉरी कहने का मतलब है,
कि आपके लिए दिल में प्यार है,
अब जल्दी से हमे माफ़ कर दो ऐ सनम,
सुना है आप बहुत समझदार है।
गलती हुई है तो फिर फरमान सुना दो,
आखों में इतना दर्द क्यों है कुछ तो बता दो,
कुछ देर हो गई महसूस करने में जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो।
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,
हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा,
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया।
तुमसे ज्यादा देर दूर ना रह पाऊंगा,
तुम्हे उदास करके कहाँ जाऊंगा,
माफ़ी मांगू तो माफ़ कर देना,
तुम्हारे बिना अब नहीं रह पाउँगा।
आपने इश्क किया इतना काफ़ी है,
फ़िलहाल की गलती पर आपसे माफ़ी है,
मत होना, हमसे कभी ख़फ़ा,
बर्दास्त की हदें पार करना इतना काफ़ी है।
नशा हुआ इश्क़ का कुछ ऐसा,
यादें दिमाग से भी साफ़ कर दो,
दिल पर पत्थर रखा,
हमेशा कहा अब हमें माफ़ कर दो।
भूल से कोई भूल हो गई तो,
भूल समझ कर भूल जाना,
अरे भूलना सिर्फ़ भूल को,
भूल से हमें ना भूल जाना।
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं,
गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या,
ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं।
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना,
हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं,
पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना।
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी,
तुम्हारे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी,
क्या कहे क्या गुजरेगी इस दिल पर,
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी।
यूँ ना आप हमे नज़र अंदाज़ करे,
हमसे हुई है गलती माफ़ करे,
दिल में भरा गुस्सा छोड़ कर
अब अपना दिल साफ़ करे।
शब्दों का जाल कुछ गलत बुन लिया,
पर मेरे दिल में वैसी बात ना थी,
शर्मिंदा हूँ खुद अपने अल्फाजों के लिए,
क्यूंकि खुद से ऐसी उम्मीद ना थी।