भरी महफ़िल में दोस्ती का जिक्र हुआ,
हमने तो सिर्फ आपकी और देखा,
और लोग वाह-वाह कहने लगे।
इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है,
इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी सारी ज़िन्दगी,
मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है।
जो तू चाहे वो तेरा हो,
रोशन रातें और खूबसूरत सवेरा हो,
जारी रहें हमारी दोस्ती का सिलसिला,
कामयाब हर मंजिल पर दोस्त मेरा हो।
नादान से दोस्ती कीजिये,
क्योंकि मुसीबत के वक्त,
कोई भी समझदार साथ नहीं देता।
गुण मिलने पर शादी होती है,
और अवगुण मिलने पर दोस्ती।
दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है,
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है,
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ,
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।
दोस्ती की वजह नहीं होती,
दोस्ती सजा नहीं होती,
दोस्ती में होती है ईमानदारी,
दोस्ती में दुनियादारी नहीं होती,
दोस्त जान से प्यारा होता है,
दोस्त से जान प्यारी नहीं होती।
बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको,
पर दुनिया का सबसे हंसी यार मिला हमको,
न रही तमन्ना किसी जन्नत की,
तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको।
प्यार से प्यारी है तेरी दोस्ती,
जान हमारी है तेरी दोस्ती,
मिस कॉल का सिरप और sms का टेबलेट देते रहना,
क्यों की एक खूबसूरत बीमारी है तेरी दोस्ती।
दावे दोस्ती के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है, जब दिल चाहें मांग लेना।