निभाने वाला आपकी हजार गलतियां भी माफ कर देता है,
और छोड़ने वाला बिना गलती के भी छोड़ देता है।
हाँ हो गयी गलती मुझसे में जानता हूँ,
पर फिर में तुझे अपनी जान मानता हूँ।
मेरे महबूब इतनी बड़ी सजा,
ना देना हमको गलती की,
तुझ से रूबरू ना हो पाऊं,
ऐसी हमने खता नहीं की।
तेरी हर गलतियों को माफ़ी है,
बस अब आगे के लिए इतना काफी है।
सीख लेना गलतियों से, निराश मत होना,
बार-बार अपनी गलतियों को सोचकर उदास मत होना।
कोई व्यक्ति एक बार गलती करें तो – कोई बात नहीं,
दो बार गलती करें तो – होता है, इंसान है,
तीसरी बार गलती करें तो – इनसे दूर ही रहना,
क्योकि ये उसकी गलती नहीं आदत है।
हम उसकी गलती थे साहब,
उसने गलती सुधार ली,
हमने ज़िंदगी उजाड़ ली।
दुनिया में सब चीज मिल सकती है,
केवल अपनी गलती नहीं मिलती।
एक छोटी गलती तेरी उस बड़ी काबिलियत पर उंगली उठा देगी,
जिसे तूने औरों की गलतियों को सूधार कर हासिल की थी।
मेरी गलती को अब तू माफ़ कर,
गले से गलाकर फिर मुझसे प्यार कर।