गलती पर साथ छोड़ने वाले बहुत मिल जायेंगे यहाँ,
पर गलती पर समझा कर साथ निभाने वाले बहुत ही कम।
किसी की नम आँखे मेरी गलतियाँ गिना रही है,
हाले दिल जो उसका वो मुझको दिखा रही है,
न जाने अब ये क्या करना चाह रही है,
गलतियाँ ये मेरी अब मुझको ही जला रही है।
गलतियां तेरी चलो माफ है मगर,
धोखा तेरा ना काबिल ए माफ़ी है।
कोई व्यक्ति एक बार गलती करें तो – कोई बात नहीं,
दो बार गलती करें तो – होता है, इंसान है,
तीसरी बार गलती करें तो – इनसे दूर ही रहना,
क्योकि ये उसकी गलती नहीं आदत है।
मां-बाप हीं हमारी सब गलतियों को भूला देते हैं,
जमाने वाले तो जरा सी बात का तमाशा बना देते हैं।
जिस गलती की तुम मुझे दे रहे हो सजा,
उस गलती की मुझे अब दे भी दो वजह।
तेरी हर गलतियों को माफ़ी है,
बस अब आगे के लिए इतना काफी है।
बस एक मेरी मोहब्बत ही ना समझ पाए तुम,
बाकी मेरी हर गलती का हिसाब बराबर रखते हो।
दुनिया में सब चीज मिल सकती है,
केवल अपनी गलती नहीं मिलती।
हाँ हो गयी गलती मुझसे में जानता हूँ,
पर फिर में तुझे अपनी जान मानता हूँ।