गलती तो हो गयी है, अब क्या मार डालोगे,
माफ़ भी कर दो ऐ सनम, ये गलतफहमी कब तक पालोगे।
अपना कभी उसने हमे बनाया ही नहीं,
झूठा ही सही मगर कभी उसने दिल लगाया ही नहीं,
एक बार को तो हम अपनी गलती भी मान लेते मगर,
गलती क्या थी उसने कभी हमे बताया ही नहीं।
गलती निकालने के लिए भेजा चाहिए,
और गलती कबूल करने के लिए कलेजा चाहिए।
सीख लेना गलतियों से, निराश मत होना,
बार-बार अपनी गलतियों को सोचकर उदास मत होना।
तेरी हर गलतियों को माफ़ी है,
बस अब आगे के लिए इतना काफी है।
निभाने वाला आपकी हजार गलतियां भी माफ कर देता है,
और छोड़ने वाला बिना गलती के भी छोड़ देता है।
सच्चे प्यार की खूबसूरती,
गलतियों को माफ़ करने से बढ़ती है,
गर प्यार में गलतियों को ढूंढ़ते रहोगे,
तो देखना अकेले ही रह जाओगे।
जो लोग अपनी गलती खुद नहीं मानते,
उन्हें वक्त अपनी गलती मनवा लेता है।
ऐसी क्या गलती कर दी हमने कि तुम खफा हो गए,
उम्र भर साथ निभाने का वादा करने वाले बेवफा हो गए।
गलती पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिलते है पर,
गलती पर समझा कर साथ निभाने वाले बहुत कम मिलते हैं।
किस अनजान गलती की सजा दे गयी वो हमें,
पता चलेगा तो देखना वो खूब रोयेगी।
एक छोटी गलती तेरी उस बड़ी काबिलियत पर उंगली उठा देगी,
जिसे तूने औरों की गलतियों को सूधार कर हासिल की थी।
गलतियों को गुनाह मत बनाया करो,
छोटी-छोटी बातों को बस भूल जाया करो।
लोग कहते है गलतियां ना किया कर, पछतायेगा,
जीवन के किसी मोड़ पर तू गुम होकर,
कहीं और ही चला जायेगा।
जिस गलती की तुम मुझे दे रहे हो सजा,
उस गलती की मुझे अब दे भी दो वजह।
जख़्म भरे नहीं अब पुरे,
वो और दर्द देने लगे,
पूछा हमने के क्या गलती हैं तो,
मुझे देखकर मुस्कुराने लगे,
और हम उनकी मुस्कराहट के लिए,
ख़ुशी से दर्द सहने लगे।
अगर मोहब्बत में हदें ना पार करता, तो मैं दर्द ना पाता,
तुमसे प्यार करना मेरी गलती थी, यह बात न जान पाता।
गलतियां तेरी चलो माफ है मगर,
धोखा तेरा ना काबिल ए माफ़ी है।
गलती को कभी मिटाया नहीं जा सकता,
हाँ मगर उसे ठीक कर भुलाया जरूर जा सकता है।
मेरी गलती को अब तू माफ़ कर,
गले से गलाकर फिर मुझसे प्यार कर।