गलत होकर खुद को सही साबित करना इतना मुश्किल नहीं, जितना सही होकर खुद को सही साबित करना।
मां-बाप हीं हमारी सब गलतियों को भूला देते हैं,
जमाने वाले तो जरा सी बात का तमाशा बना देते हैं।
साफ मन का पता किया तो पता चला,
वो तो दूसरों की गलतियों को हंस कर माफ़ कर देते है।
चुप रहते हैं हम कि कोई खफा ना हो जाये,
हमसे कोई रुसवा ना हो जाये,
बड़ी मुश्किल से कोई अपना बना हैं,
अगर मैने कुछ गलती की है तो माफ कर दो,
डर लगता हैं कोही वो भी जुदा ना हो जाये।
गलती किसकी थी, यह तो वक्त हीं बतायेगा,
गलतफहमी का यह सिलसिला तभी थम पाएगा।
हाँ हो गयी गलती मुझसे में जानता हूँ,
पर फिर में तुझे अपनी जान मानता हूँ।
जिन्दगी में अक्सर दूसरे लोग ही गलतियाँ दिखाते हैं,
पर ये मत समझ लेना कि वो आपका दिल दुखाते हैं।
सच्चे प्यार की खूबसूरती,
गलतियों को माफ़ करने से बढ़ती है,
गर प्यार में गलतियों को ढूंढ़ते रहोगे,
तो देखना अकेले ही रह जाओगे।
गलती निकालने के लिए भेजा चाहिए,
और गलती कबूल करने के लिए कलेजा चाहिए।
मेरी नापसंद को, उन्होंने कभी अपनाया नहीं,
बेहद मासूम है वो, जो गलती ढूंढ़ रहे नापसंद में।
जख़्म भरे नहीं अब पुरे,
वो और दर्द देने लगे,
पूछा हमने के क्या गलती हैं तो,
मुझे देखकर मुस्कुराने लगे,
और हम उनकी मुस्कराहट के लिए,
ख़ुशी से दर्द सहने लगे।
अगर आप गरीब पैदा हुए है,
तो यह आपकी गलती नहीं है,
पर अगर आप गरीब ही मर जाते है,
तो यह आपकी गलती है।
जिस गलती की तुम मुझे दे रहे हो सजा,
उस गलती की मुझे अब दे भी दो वजह।
अपना कभी उसने हमे बनाया ही नहीं,
झूठा ही सही मगर कभी उसने दिल लगाया ही नहीं,
एक बार को तो हम अपनी गलती भी मान लेते मगर,
गलती क्या थी उसने कभी हमे बताया ही नहीं।
हमें तो सारे फरिश्ते ही मिले हैं,
कोई गलती करता ही नहीं,
हमेशा हम ही गलत होते हैं।
मेरे महबूब इतनी बड़ी सजा,
ना देना हमको गलती की,
तुझ से रूबरू ना हो पाऊं,
ऐसी हमने खता नहीं की।
गलती करके भी ख़फ़ा हो जाते हो,
सच बताओ, असल में तुम मुझसे क्या चाहते हो।
हम उसकी गलती थे साहब,
उसने गलती सुधार ली,
हमने ज़िंदगी उजाड़ ली।
किसी की नम आँखे मेरी गलतियाँ गिना रही है,
हाले दिल जो उसका वो मुझको दिखा रही है,
न जाने अब ये क्या करना चाह रही है,
गलतियाँ ये मेरी अब मुझको ही जला रही है।
गलतियों को गुनाह मत बनाया करो,
छोटी-छोटी बातों को बस भूल जाया करो।