अपना कभी उसने हमे बनाया ही नहीं,
झूठा ही सही मगर कभी उसने दिल लगाया ही नहीं,
एक बार को तो हम अपनी गलती भी मान लेते मगर,
गलती क्या थी उसने कभी हमे बताया ही नहीं।
गलती पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिलते है पर,
गलती पर समझा कर साथ निभाने वाले बहुत कम मिलते हैं।
गलती तो हो गयी है, अब क्या मार डालोगे,
माफ़ भी कर दो ऐ सनम, ये गलतफहमी कब तक पालोगे।
जख़्म भरे नहीं अब पुरे,
वो और दर्द देने लगे,
पूछा हमने के क्या गलती हैं तो,
मुझे देखकर मुस्कुराने लगे,
और हम उनकी मुस्कराहट के लिए,
ख़ुशी से दर्द सहने लगे।
ऐसी क्या गलती कर दी हमने कि तुम खफा हो गए,
उम्र भर साथ निभाने का वादा करने वाले बेवफा हो गए।
रिश्ते अब शीशे की तरह हो गये हैं,
छोटी-छोटी बातों पर रूठ जाते हैं,
एक हीं गलती पर अब ये टूट जाते हैं।
बस एक मेरी मोहब्बत ही ना समझ पाए तुम,
बाकी मेरी हर गलती का हिसाब बराबर रखते हो।
गलती पर साथ छोड़ने वाले बहुत मिल जायेंगे यहाँ,
पर गलती पर समझा कर साथ निभाने वाले बहुत ही कम।
कोई व्यक्ति एक बार गलती करें तो – कोई बात नहीं,
दो बार गलती करें तो – होता है, इंसान है,
तीसरी बार गलती करें तो – इनसे दूर ही रहना,
क्योकि ये उसकी गलती नहीं आदत है।
अगर आप गरीब पैदा हुए है,
तो यह आपकी गलती नहीं है,
पर अगर आप गरीब ही मर जाते है,
तो यह आपकी गलती है।
गलती निकालने के लिए भेजा चाहिए,
और गलती कबूल करने के लिए कलेजा चाहिए।
सच्चे प्यार की खूबसूरती,
गलतियों को माफ़ करने से बढ़ती है,
गर प्यार में गलतियों को ढूंढ़ते रहोगे,
तो देखना अकेले ही रह जाओगे।
किस अनजान गलती की सजा दे गयी वो हमें,
पता चलेगा तो देखना वो खूब रोयेगी।
गलती किसकी थी, यह तो वक्त हीं बतायेगा,
गलतफहमी का यह सिलसिला तभी थम पाएगा।
वो गलतियां बहुत दर्द देती हैं,
जिनकी माफी मांगने का वक्त निकल चुका हो।
जिन्दगी में अक्सर दूसरे लोग ही गलतियाँ दिखाते हैं,
पर ये मत समझ लेना कि वो आपका दिल दुखाते हैं।
अपना कभी उसने हमे बनाया ही नहीं,
झूठा ही सही मगर कभी उसने दिल लगाया ही नहीं,
एक बार को तो हम अपनी गलती भी मान लेते मगर,
गलती क्या थी उसने कभी हमे बताया ही नहीं।
गलत होकर खुद को सही साबित करना इतना मुश्किल नहीं, जितना सही होकर खुद को सही साबित करना।
जो लोग न तो अपनी गलतियों से सीखते हैं,
और न दूसरों की गलतियों से सीखते हैं,
वैसे लोग बर्बाद हो जाते हैं।
गलतियों को गुनाह मत बनाया करो,
छोटी-छोटी बातों को बस भूल जाया करो।
चुप रहते हैं हम कि कोई खफा ना हो जाये,
हमसे कोई रुसवा ना हो जाये,
बड़ी मुश्किल से कोई अपना बना हैं,
अगर मैने कुछ गलती की है तो माफ कर दो,
डर लगता हैं कोही वो भी जुदा ना हो जाये।