हर सुबह का खुबसूरत मौसम और आपकी मीठी सी याद,
मदहोश करती ये हवा और गर्म चाय की प्यास,
दोस्तों की महफ़िल में दोस्ती की मिठास,
शुरु करो आज का ये दिन हमारी शुभकामनाओ के साथ।
सुबह-सुबह प्यारे से फूल खिल गए,
पंछी अपने सफ़र पर उड़ गये,
सूरज आते ही तारे भी छुप गये,
लो आप भी मीठी नींद से उठ गये।
ये खुबसूरत चांदनी रात अलविदा कह रही है,
ठंडी-ठंडी हवायें दस्तक दे रही हैं,
उठकर देखो हसीन नज़रों से जरा,
एक प्यारी सी सुबह आपको गुड मोर्निंग कह रही है।
सपनो की दुनियां से अब लौट आओ,
हो गई खूबसूरत सी सुबह अब उठ जाओ,
चाँद तारों की रोशनी को अब करके बिदा,
इस दिन की खुशियों में डूब जाओ।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
जितनी खूबसूरत ये गुलाबी सुबह है,
उतना ही खूबसूरत आपका हर पल हो,
जितनी भी खुशियाँ आज आपके पास है,
उससे भी ज्यादा आने वाले कल हो।
हम अपना सिर झुका कर आपको सलाम करते है,
अपने दिल की हर दुआ आपके नाम करते है,
मंजूर हो अगर तो फिर जरा सा मुस्कुरा देना,
हम ये आज का प्यारा दिन आपके नाम करते है।
ताज़ी-ताज़ी हवा में फूलों की महक हो,
हर सुबह की पहली किरण में पंछियों को चहक हो,
जब भी खोले तू सुबह अपनी आँखें,
उन आँखों में केवल खुशियों की झलक हो।
तेरी मुस्कराहट से मेरी सुबह की शुरुआत होती है,
जेसे दुनिया की हर ख़ुशी मेरे साथ होती है,
होती है समा में एक अलग ही बात,
लगता है हवा में भी प्यार की मिठास होती है।
सुबह की हलकी धूप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो यह ज़िन्दगी,
सुबह-सुबह अपनों की याद आ ही जाती है।
हो होंठो पर हँसी और आँखों में ख़ुशी,
ग़मों का कही भी कोई नामो-निशां ना हो,
हर सुबह लाये तुम्हारे लिए इतनी खुशियां,
जिनकी कभी भी कोई शाम ना हो।
हर सुबह आपको सताना प्यारा लगता है,
सोये हुवे को नींद से जगाना अच्छा लगता है,
जब भी किसी कि याद आती है तो,
उसको भी अपनी याद दिलाना अच्छा लगता है।
तुम्हारी हर एक सुबह इतनी सुहानी हो जाये,
आपकी सारी दुखों की बातें पुरानी हो जाये,
इतनी ख़ुशियाँ मिले आपको हर दिन की,
हँसी और ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाये।
मेरी ख्वाइश मेरी चाहत तुम हो,
मेरी गहरी नींद के बाद की प्यारी सुबह तुम हो,
सुबह होते ही आती है एक मुस्कराहट मेरे चहरे पे,
इस मुस्कुराहट की वजह भी तो तुम ही हो।
अपनी आंखों को जगा दिया हमने,
सुबह का फर्ज अपना निभा दिया हमने,
मत सोचना कि बस यूं ही तंग किया हमने,
उठकर सुबह भगवान के साथ, आपको भी याद किया हमने।
फूलों ने रस से भरा ज़ाम भेजा है,
सूरज ने आसमान से सलाम भेजा है,
हो मुबारक़ आपको ये नया सवेरा,
अपने दिल से मैंने आपको ये पैग़ाम भेजा है।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तेरा,
सितारों के आँगन में हो घर तेरा,
दुआ है एक दोस्त की एक दोस्त को,
की तुझसे भी खूबसूरत हो सवेरा तेरा।
जाने कब सूरज निकलते ही वो रिश्ता बन गया,
जाने कब कोई बेगाना अपना बन गया,
मुझे पता भी नहीं चला और कोई
मेरी सुबह की जरूरत बन गया।
तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
बहारों में भी आज फिर क्या रँग छाया है,
नीले आसमान में आज फिर सूरज निकल आया है,
तू एक बार आज फिर मुस्कुरा दे,
तुझसे मिलने आज फिर एक नया सवेरा आया है।
सुबह की हर धुप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबु एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यूँ ना हो ये जिंदगी,
सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है।