जाने कब सूरज निकलते ही वो रिश्ता बन गया,
जाने कब कोई बेगाना अपना बन गया,
मुझे पता भी नहीं चला और कोई
मेरी सुबह की जरूरत बन गया।
सपनो की दुनियां से अब लौट आओ,
हो गई खूबसूरत सी सुबह अब उठ जाओ,
चाँद तारों की रोशनी को अब करके बिदा,
इस दिन की खुशियों में डूब जाओ।
फूलों ने रस से भरा ज़ाम भेजा है,
सूरज ने आसमान से सलाम भेजा है,
हो मुबारक़ आपको ये नया सवेरा,
अपने दिल से मैंने आपको ये पैग़ाम भेजा है।
जीत से भरी हो ज़िन्दगी आपकी,
फूलो की तरह खिलती रहे ज़िन्दगी आपकी,
हर दिन आप युही मंजिल पाते रहे,
मुस्कराहट से भरी हो ज़िन्दगी आपकी।
तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
गुलशन में भंवरों का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कुराते हुए अपनी आँखें तो खोलिए,
क्योंकि एक बार फिर से आज सवेरा जो है हो गया।
सपनो के जहाँ से अब लौट आओ,
हुई है सुबह अब जाग जाओ,
चांद–तारों को अब कह कर अलविदा,
इस नए दिन की खुशियों मे खो जाओ।
हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है,
हर रात के बाद सवेरा होता है,
लोग डर जाते है मुसीबतों को देख कर,
पर मुसीबतों के बाद कामयाबी का सवेरा होता है।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
उठ जाओ और देखो इस नयी सुबह का नज़ारा,
ताज़ी है फूलों की ख़ुश्बू और मौसम भी बड़ा प्यारा,
छोड़ कर बिस्तर आगोश में भर लो ये सवेरा सारा,
मंजूर कीजिये आप यह शुभ प्रभात वाला सन्देश हमारा।
हर सुबह का खुबसूरत मौसम और आपकी मीठी सी याद,
मदहोश करती ये हवा और गर्म चाय की प्यास,
दोस्तों की महफ़िल में दोस्ती की मिठास,
शुरु करो आज का ये दिन हमारी शुभकामनाओ के साथ।
बीत गई वो सितारों वाली प्यारी सी रात,
आ गयी याद वो आपकी एक मीठी सी बात,
हर पल होती रहती थी हमारी मुलाकात,
अब तो बिन आपके होती नहीं है दिन की शुरुआत।
हे सूर्यदेव मेरे अपनों को यह पैगाम देना,
खुशियों का दिन हंसी की शाम देना,
जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।
सुबह की किरण आपको आ कर उठाए,
ठंडी सी हवा आए ओर आपको हमारा एहसास दिलाए,
फिर आए हमारी प्यार भारी याद आपको,
और आपके होठों पर मुस्कुराहट आ जाए।
सुबह की हलकी धूप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो यह ज़िन्दगी,
सुबह-सुबह अपनों की याद आ ही जाती है।
प्यारी सी सुबह बोली हमसे आ कर,
बिस्तर से उठ और देख क्या नज़ारा है,
मेने उसको कहा ,पहले मेरे प्यार को तो जगा लूं,
जो इस सुबह से भी प्यारा है,
अपनी आंखों को जगा दिया हमने,
सुबह का फर्ज अपना निभा दिया हमने,
मत सोचना कि बस यूं ही तंग किया हमने,
उठकर सुबह भगवान के साथ, आपको भी याद किया हमने।
पानी की बूंदे फूलों को भीगा रही है,
ठंडी हवाएं ताज़गी को जगा रही है,
हो जाओ तुम भी इसमें शामिल,
एक प्यारी सी सुबह तुम्हे जगा रही है।
सुबह का उजाला हर पल आपके साथ हो,
हर दिन का एक एक पल आपके लिए खास हो,
दुआ हर पल निकलती है दिल से आप के लिये,
ढेर सारी खुशियों का खजाना आपके पास हो।
तेरी मुस्कराहट से मेरी सुबह की शुरुआत होती है,
जेसे दुनिया की हर ख़ुशी मेरे साथ होती है,
होती है समा में एक अलग ही बात,
लगता है हवा में भी प्यार की मिठास होती है।