सुबह-सुबह प्यारे से फूल खिल गए,
पंछी अपने सफ़र पर उड़ गये,
सूरज आते ही तारे भी छुप गये,
लो आप भी मीठी नींद से उठ गये।
रात गुजरी और महकती सुबह आई,
दिल धड़का फिर आपकी याद आई,
हमने महसूस किया उस हवा को,
जो आपको छूकर हमारे पास आई।
सुबह-सुबह आपको एक पैगाम देना है,
आपको सुबह का पहला सलाम देना है,
गुज़रे सारा दिन आपका ख़ुशी ख़ुशी,
आपकी सुबह को खूबसूरत सा नाम देना है।
हो होंठो पर हँसी और आँखों में ख़ुशी,
ग़मों का कही भी कोई नामो-निशां ना हो,
हर सुबह लाये तुम्हारे लिए इतनी खुशियां,
जिनकी कभी भी कोई शाम ना हो।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
मेरी ख्वाइश मेरी चाहत तुम हो,
मेरी गहरी नींद के बाद की प्यारी सुबह तुम हो,
सुबह होते ही आती है एक मुस्कराहट मेरे चहरे पे,
इस मुस्कुराहट की वजह भी तो तुम ही हो।
तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
खिलखिलाती सुबह, ताजगी से भरा सवेरा है,
फूलों और बहारों ने आपके लिए रंग बिखेरा है,
सुबह कह रही है, जाग जाओ,
आपकी मुस्कराहट के बिना सब अधुरा है।
हम अपना सिर झुका कर आपको सलाम करते है,
अपने दिल की हर दुआ आपके नाम करते है,
मंजूर हो अगर तो फिर जरा सा मुस्कुरा देना,
हम ये आज का प्यारा दिन आपके नाम करते है।
हर सुबह का खुबसूरत मौसम और आपकी मीठी सी याद,
मदहोश करती ये हवा और गर्म चाय की प्यास,
दोस्तों की महफ़िल में दोस्ती की मिठास,
शुरु करो आज का ये दिन हमारी शुभकामनाओ के साथ।
हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है,
हर रात के बाद सवेरा होता है,
लोग डर जाते है मुसीबतों को देख कर,
पर मुसीबतों के बाद कामयाबी का सवेरा होता है।
सुबह की हर धुप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबु एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यूँ ना हो ये जिंदगी,
सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है।
प्यारी सी सुबह बोली हमसे आ कर,
बिस्तर से उठ और देख क्या नज़ारा है,
मेने उसको कहा ,पहले मेरे प्यार को तो जगा लूं,
जो इस सुबह से भी प्यारा है,
सपनो की दुनियां से अब लौट आओ,
हो गई खूबसूरत सी सुबह अब उठ जाओ,
चाँद तारों की रोशनी को अब करके बिदा,
इस दिन की खुशियों में डूब जाओ।
जीत से भरी हो ज़िन्दगी आपकी,
फूलो की तरह खिलती रहे ज़िन्दगी आपकी,
हर दिन आप युही मंजिल पाते रहे,
मुस्कराहट से भरी हो ज़िन्दगी आपकी।
गुलशन में भंवरों का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कुराते हुए अपनी आँखें तो खोलिए,
क्योंकि एक बार फिर से आज सवेरा जो है हो गया।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तुम्हारा,
सितारों के आँगन में हो घर तुम्हारा,
दुआ है एक दोस्त की ये कि,
सारे जहां से खूबसूरत हो सवेरा तुम्हारा।
रात गुजरी फिर महकती सुबह आई,
दिल धडका फिर आपकी याद आई,
आँखों ने महसूस किया उस हवा को,
जो आपको छू कर हमारे पास आई।
सुनहरे सुबह की शुरूआत हुई है,
बड़ी मुश्किल से हमारी आपसे बात हुई है,
अब फिर पहले की तरह न भुला देना हमे,
बड़ी दुआओं के बाद फिर एक मुलाकात हुई है।
हे सूर्यदेव मेरे अपनों को यह पैगाम देना,
खुशियों का दिन हंसी की शाम देना,
जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।