हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है,
हर रात के बाद सवेरा होता है,
लोग डर जाते है मुसीबतों को देख कर,
पर मुसीबतों के बाद कामयाबी का सवेरा होता है।
ताज़ी-ताज़ी हवा में फूलों की महक हो,
हर सुबह की पहली किरण में पंछियों को चहक हो,
जब भी खोले तू सुबह अपनी आँखें,
उन आँखों में केवल खुशियों की झलक हो।
रात गुजरी फिर महकती सुबह आई,
दिल धडका फिर आपकी याद आई,
आँखों ने महसूस किया उस हवा को,
जो आपको छू कर हमारे पास आई।
सुनहरे सुबह की शुरूआत हुई है,
बड़ी मुश्किल से हमारी आपसे बात हुई है,
अब फिर पहले की तरह न भुला देना हमे,
बड़ी दुआओं के बाद फिर एक मुलाकात हुई है।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तुम्हारा,
सितारों के आँगन में हो घर तुम्हारा,
दुआ है एक दोस्त की ये कि,
सारे जहां से खूबसूरत हो सवेरा तुम्हारा।
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है,
आँख खुलते ही आपकी याद आती है,
खुशियों के फूल हो आपके आँचल में,
ये मेरे होंठों पे पहली फ़रियाद होती है।
हर सुबह आपको सताना प्यारा लगता है,
सोये हुवे को नींद से जगाना अच्छा लगता है,
जब भी किसी कि याद आती है तो,
उसको भी अपनी याद दिलाना अच्छा लगता है।
जाने कब सूरज निकलते ही वो रिश्ता बन गया,
जाने कब कोई बेगाना अपना बन गया,
मुझे पता भी नहीं चला और कोई
मेरी सुबह की जरूरत बन गया।
गुलशन में भंवरों का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कुराते हुए अपनी आँखें तो खोलिए,
क्योंकि एक बार फिर से आज सवेरा जो है हो गया।
हे सूर्यदेव मेरे अपनों को यह पैगाम देना,
खुशियों का दिन हंसी की शाम देना,
जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।