ऐ सूरज मेरे अपनों को ये पैगाम देना,
खुशियों का दिन हंसी की शाम देना,
जब कोई पढ़े प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उनको चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।
तेरी मुस्कराहट से मेरी सुबह की शुरुआत होती है,
जेसे दुनिया की हर ख़ुशी मेरे साथ होती है,
होती है समा में एक अलग ही बात,
लगता है हवा में भी प्यार की मिठास होती है।
गुलशन में भंवरों का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कुराते हुए अपनी आँखें तो खोलिए,
क्योंकि एक बार फिर से आज सवेरा जो है हो गया।
जाने कब सूरज निकलते ही वो रिश्ता बन गया,
जाने कब कोई बेगाना अपना बन गया,
मुझे पता भी नहीं चला और कोई
मेरी सुबह की जरूरत बन गया।
ये खुबसूरत चांदनी रात अलविदा कह रही है,
ठंडी-ठंडी हवायें दस्तक दे रही हैं,
उठकर देखो हसीन नज़रों से जरा,
एक प्यारी सी सुबह आपको गुड मोर्निंग कह रही है।
मेरी ख्वाइश मेरी चाहत तुम हो,
मेरी गहरी नींद के बाद की प्यारी सुबह तुम हो,
सुबह होते ही आती है एक मुस्कराहट मेरे चहरे पे,
इस मुस्कुराहट की वजह भी तो तुम ही हो।
जीत से भरी हो ज़िन्दगी आपकी,
फूलो की तरह खिलती रहे ज़िन्दगी आपकी,
हर दिन आप युही मंजिल पाते रहे,
मुस्कराहट से भरी हो ज़िन्दगी आपकी।
पानी की बूंदे फूलों को भीगा रही है,
ठंडी हवाएं ताज़गी को जगा रही है,
हो जाओ तुम भी इसमें शामिल,
एक प्यारी सी सुबह तुम्हे जगा रही है।
तुम्हारी हर एक सुबह इतनी सुहानी हो जाये,
आपकी सारी दुखों की बातें पुरानी हो जाये,
इतनी ख़ुशियाँ मिले आपको हर दिन की,
हँसी और ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाये।
सूरज निकालता है तुम्हारे क़दमों की आहट से,
हर कली खिलती है तुम्हारे जागने से,
अब तो तुम जाग जाओ,
क्योंकि हर सुबह होती है तुम्हारे मुस्कुराने से।