आज फिर एक नयी सुबह आई है,
साथ अपने एक नयी उम्मीद लाई है,
है असर तुम्हारी याद का ऐसा कि,
हवाएं भी अपने साथ तुम्हारी परछाई लाई है।
सुबह की किरण आपको आ कर उठाए,
ठंडी सी हवा आए ओर आपको हमारा एहसास दिलाए,
फिर आए हमारी प्यार भारी याद आपको,
और आपके होठों पर मुस्कुराहट आ जाए।
हे सूर्यदेव मेरे अपनों को यह पैगाम देना,
खुशियों का दिन हंसी की शाम देना,
जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।
सुबह की हर धुप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबु एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यूँ ना हो ये जिंदगी,
सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है।
हर पल आपको खुशियों की सौगात मिले,
नयी सुबह में नयी उमीदों का आग़ाज़ मिले,
मुश्किलों का न करना पड़े सामना कभी,
मंज़िल तक पहुँचने के लिए ऐसा रास्ता मिले।
रात गुजरी और महकती सुबह आई,
दिल धड़का फिर आपकी याद आई,
हमने महसूस किया उस हवा को,
जो आपको छूकर हमारे पास आई।
ताज़ी हवा में फूलों की महक हो,
पहली किरण में पंछियों की चहक हो,
जब भी खोले तू अपनी ये आँखें,
इन आँखों में बस खुशियों की ही झलक हो।
जीत से भरी हो ज़िन्दगी आपकी,
फूलो की तरह खिलती रहे ज़िन्दगी आपकी,
हर दिन आप युही मंजिल पाते रहे,
मुस्कराहट से भरी हो ज़िन्दगी आपकी।
फूलों ने रस से भरा ज़ाम भेजा है,
सूरज ने आसमान से सलाम भेजा है,
हो मुबारक़ आपको ये नया सवेरा,
अपने दिल से मैंने आपको ये पैग़ाम भेजा है।
जाने कब सूरज निकलते ही वो रिश्ता बन गया,
जाने कब कोई बेगाना अपना बन गया,
मुझे पता भी नहीं चला और कोई
मेरी सुबह की जरूरत बन गया।